नवाजुद्दीन सिद्दीकी की कामयाबी और Parle-G के बीच क्या है कनेक्शन, जानें यहां
नवाजुद्दीन सिद्दीकी( Nawazuddin Siddiqui) को बॉलीवुड में एफर्टलेस एक्टिंग के लिए जाना जाता है. एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी का पारले- जी से गहरा नाता है. इतना कि इससे जुड़े अनुभवों को जानकार आप भी हैरान रह जाएंगे.
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Parle-G Nostalgia: पारले- जी बिस्कुट की इन दिनों चर्चा हो रही है. पारले जी को लेकर लोग अपने अनुभव साझा कर रहे हैं. कई जानी मानी हस्तियां भी पारले- जी से जुड़ी यादें सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं. लोग इसके स्वाद, पैकेजिंग से लेकर बिस्कुट के पैकेट पर दिखाई देने वाली लड़की तक पर बात कर रहे हैं. लेकिन यहां हम आपको बॉलीवुड की एक ऐसी हस्ती के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका अनुभव पारले- जी बिस्कुट को लेकर औरों से बिल्कुल ही अलग है.
बॉलीवुड एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी आज भले ही किसी परिचय के मोहताज न हों लेकिन उनके जीवन में एक समय ऐसा भी आया है जब उनके पास दो वक्त के खाने की भी व्यवस्था नहीं थी. इसका खुलासा उन्होंने अपनी आत्मकथा ‘एन ऑर्डिनरी लाइफ’ में बड़े मार्मिक ढंग से किया है. यह आत्मकथा उनके संघर्ष और सफलता का लेखाजोखा है.
सफल होने के लिए 12 साल का इंतज़ार नवाजुद्दीन सिद्दीकी को बॉलीवुड में सफल होने और अपनी जगह बनाने के लिए लंबा संघर्ष करना पड़ा. उनका यह संघर्ष मुंबई की सड़कों पर दो-चार साल नहीं बल्कि पूरे 12 साल तक चला. इन 12 सालों में उन्होेंने बुरे से बुरे दिन बिताए. संघर्ष के ये वो दिन थे जब नवाज़ के पास एक वक्त के खाने की भी व्यवस्था नहीं थी. तब नवाजुद्दीन केला और चना खाकर दिन गुजारा करते थे. नवाजुद्दीन की जिदंगी के ये बुरे दिन यहीं खत्म नहीं होते हैं उनके जीवन में एक बार नहीं बल्कि कई कई बार ऐसे दिन भी आए जब उनके पास केले और चने खाने के भी पैसे नहीं होते थे.
भूख, गरीबी और पारले-जी संघर्ष के दिनों में नवाजुद्दीन के रूममेट विजय राज हुआ करते थे. इन दोनों की स्थिति में कोई अंतर नहीं था. संघर्ष के दिनों में पारले-जी बिस्कुट ही इनका नाश्ता, लंच और डिनर था. यानि जब भी इन्हें भूख लगती तो ये पारले-जी बिस्कुट खाते. नावजुद्दीन ने अपने जीवन में इतने पारले-जी बिस्कुट खाए कि उन्हें अब इस बिस्कुट को देखकर ही कंपकपी छूट जाती है. इस अनुभव का जिक्र करते हुए नवाजुद्दीन कहते हैं कि 'आज भी पारले-जी का रैपर देखकर मैं सिहर उठता हूं'.
नवाजुद्दीन का फिल्मी सफर नवाज ने बॉलीवुड में अपने अभिनय की शुरुआत 1999 में फिल्म, 'सरफरोश' से की थी, जिसमें आमिर खान मुख्य भूमिका में थे. इसके बाद उन्होंने फिल्म 'शूल', 'जंगल', 'मुन्ना भाई एमबीबीएस', शॉर्ट फिल्म, 'द बायपास', 'देव-डी', 'न्यू यॉर्क', 'पीपली लाइव', 'द काइट', 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' में काम किया जिन्होंने नवाज को बतौर एक्टर स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई. सलमान खान साथ वे 'किक', 'बजरंगी भाईजान' और शाहरूख खान के साथ 'रईस' में नजर आ चुके हैं.
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