सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस में बिहार पुलिस और महाराष्ट्र पुलिस के बीच की तकरार सामने आ रही हैं. बिहार पुलिस पहले से ही कह रही है कि सुशांत सिंह राजपूत केस में मुंबई पुलिस उनका सहयोग नहीं कर रही है. मुंबई पुलिस ना तो उन्हें वाहन की सुविधा मुहैया करवा रही और ना ही छानबीन करने के लिए अपने पुलिसकर्मी दे रही है. बिहार पुलिस संबंधित लोगों से पूछताछ करने के लिए ऑटो से जा रही है. पुलिस बल भी उन्हें बिहार से बुलाने पड़ रहे हैं.


ऐसे में दोनों की पुलिस के बीच तकरार का नया मामला सामने आया है. मामले की जांच करने मुंबई पहुंचे पटना के एसपी सिटी विनय तिवारी को बीएमसी के अधइकारियों ने क्वारंटीन कर कर दिया है. विनय तिवारी रविवार रात मुंबई पहुंचे थे. बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने देर रात ट्वीट कर इसकी जानकारी दी और एसपी विनय तिवारी के हाथ पर लगी क्वारंटीन की मोहर की तस्वीर शेयर की. उन्हें मुंबई में 15 अगस्त क्वारंटीन रहना होगा.


यहां देखिए डीजीपी का ट्वीट-





डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने ट्वीट में लिखा,"आज आईपीएस ऑफिसर विनय तिवारी पुलिस टीम को लीड करने के लिए आधिकारिक ड्यूटी पर पटना से मुंबई पहुंचे थे, लेकिन रविवार रात 11 बजे बीएमसी अधिकारियों ने उन्हें जबरन क्वारंटीन कर दिया. उन्हें आईपीएस मेस में रहने की सुविधा नहीं दी गई. वह गोरेगांव के एक गेस्ट हाउस में रुके हुए थे."


बिहार पुलिस के पास गाड़ी नहीं


बता दें कि हाल ही में बिहार पुलिस को सुशांत सिंह की पूर्व गर्लफ्रेंड अंकिता लोखंडे से पूछताछ करने के लिए उन्हें लगभग 3 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा. पूछताछ पूरी करने के बाद अंकिता ने अपनी गाड़ी से उन्हें छुड़वाया था. बता दें कि सुशांत के पिता केके सिंह ने पटना के राजीव नगर पुलिस स्टेशन में सुशांत की गर्लफ्रेंड रही रिया चक्रवर्ती के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी और उनपर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था. इसके बाद बिहार पुलिस मुंबई जाकर जांच कर रही है.


 Mughal-E-Azam बॉलीवुड की पहली फिल्म थी जिसे तीन भाषाओं में किया गया था शूट