देशभक्ति से रोमांचित कर देने वाला 'चक दे! इंडिया' का टाइटल ट्रैक 7 बार हुआ था रिजेक्ट!
'चक दे! इंडिया' का टाइटल ट्रैक देशभक्ति गीतों में से एक माना जाता है. लेकिन इस ट्रैक को बनाने में कई तरह की मशक़्क़त करनी पड़ी थी.
![देशभक्ति से रोमांचित कर देने वाला 'चक दे! इंडिया' का टाइटल ट्रैक 7 बार हुआ था रिजेक्ट! Patriotism thrilled 'Chak de! India 'title track was rejected 7 times देशभक्ति से रोमांचित कर देने वाला 'चक दे! इंडिया' का टाइटल ट्रैक 7 बार हुआ था रिजेक्ट!](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2020/06/21204735/0eb3e9cd1a568e0b9f5847d091841d2e.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
शाहरुख खान की 'चक दे! इंडिया' के टाइटल सांग को सबसे लोकप्रिय देशभक्ति गीतों में से एक माना जाता है. लेकिन इस ट्रैक को बनाने में कई तरह की मशक़्क़त करनी पड़ी थी. ऐसा बताया जा रहा है कि एक समय था जब संगीतकार जोड़ी सलीम-सुलेमान को इस ट्रैक के लिए सात बार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा था.
इस बारे में एक बयान में सलीम ने कहा, "जब हमने फिल्म पर काम करना शुरू किया, तो हमने एक शानदार देशभक्ति टाइटल सांग बनाने का फैसला किया. कुछ ऐसा जो फिल्म के विषय और भावनाओं को दर्शाता हो. जिसके लिए (निर्माता) आदित्य चोपड़ा ने कहा कि 'नहीं यार, पकाउ है यार यह गाना'.''
सलीम के मुताबिक फिल्म के निर्माता चाहते थे कि यह ट्रैक जो तैयार की जा रही है उसे ऊर्जावान होना चाहिए.
सलीम ने कहा, ''वह चाहते थे कि हम एक ऊर्जावान ट्रैक बनाएं. इसलिए, हमने एक 'जबर्दस्ती का' ऊर्जावान गीत बनाया, जिसमें कोई दम नहीं था. हमें यह पसंद नहीं आया. हमने इसे रिजेक्ट कर दिया, और यह सात बार हुआ."
शिमित अमीन द्वारा निर्देशित, 'चक दे! इंडिया' 10 अगस्त, 2007 को रिलीज हुई थी. फिल्म में सुपरस्टार शाहरुख को अंडरडॉग भारतीय महिला हॉकी टीम के कोच के रूप में दिखाया है.
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