फिल्म इंडस्ट्री के लोग आपको कमजोर करने की कोशिश करते हैं: कंगना रनौत
कंगना का कहना है कि फिल्म इंडस्ट्री के लोग कमजोर महसूस कराने का प्रयास करते रहते हैं लेकिन वह इन सब से लड़ना जारी रखेंगी.
नई दिल्ली: अपनी बेबाकी और पर्फेक्शन के लिए जानी जाने वाली अभिनेत्री कंगना रनौत का कहना है कि बॉलीवुड में अड़ियल रह पाना काफी मुश्किल है, क्योंकि यहां आपको लोग कमजोर महसूस कराने का प्रयास करते रहते हैं. कंगना ने कहा कि वह इन सब से लड़ना जारी रखेंगी.
कंगना ने एक ईमेल साक्षात्कार में आईएएनएस से कहा, "उद्योग जगत में बाहरी व्यक्ति होने के नाते, मैं खुद के लिए एक जगह बनाना चाहती हूं. मुझे भी अपनी राय देनी है और मैं अपने विचारों को स्पष्ट रूप से व्यक्त करने का विकल्प चुनती हूं."
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता ने कहा, "हमारे उद्योग में अड़ियल रहना मुश्किल हो जाता है, क्योंकि आपको अक्सर यथास्थिति का पालन न करने के लिए परखा जाता है. हमेशा एक ऐसा पक्ष रहता है, जो आपको कमजोर महसूस कराने का प्रयास करेगा, लेकिन आपको अपनी ताकत, आत्मविश्वास को बढ़ाना होगा और कठिन कार्य करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी. अव्यवस्था को तोड़ने के लिए एक अलग आवाज उठाना जरूरी है."
अभिनेत्री ने उद्योग जगत में अपने संघर्ष के साथ-साथ आदित्य पंचोली और ऋतिक रोशन जैसे अभिनेताओं के साथ अपने रिश्तों के बारे में सक्रिय रूप से बात की है. उन्होंने एक चैट शो के दौरान फिल्म निर्माता करण जौहर को 'भाई-भतीजावाद को बढ़ावा देने वाले' शख्स के रूप में संबोधित किया था.
वह यह भी मानती हैं कि ऐसी कई महिलाएं हैं, जो बड़े और बेहतर सपने की इच्छा रखती हैं और वह उनमें से एक हैं. कंगना हिमाचल प्रदेश के एक छोटे से शहर से आती हैं और कहती हैं कि उनके हालात ने उन्हें अपने सपनों का पीछा करने से निराश नहीं किया.
उन्होंने कहा, "मैं महिलाओं को अपनी ताकत और कड़ी मेहनत पर विश्वास करने के लिए प्रोत्साहित करती हूं. मेरा आदर्श हमेशा ही अपने मार्ग का पालन करने और मानदंडों का शिकार नहीं होने का रहा है. मेरा मानना है कि अपने आप को मनाने और प्रत्येक अनुभव के साथ बेहतर होना महत्वपूर्ण है."
यही वजह है कि वह हैशटैग फिट-टू-फाइट अभियान का प्रचार करने का प्रयास कर रही हैं.
उन्होंने कहा, "मैं अपने साहस, विश्वास और धारणा की कहानियों के माध्यम से दूसरी लड़कियों को प्रेरित करने की उम्मीद करती हूं. मैं वास्तव में असीम क्षमता में विश्वास करती हूं कि हर महिला को शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से फिट होना चाहिए. मुझे आशा है कि मेरी कहानी और प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करने, बाधाओं से लड़ने और मजबूत और फिटर की तरह उभरने की यात्रा, दूसरी महिलाओं को लड़ने के लिए फिट होने के लिए प्रेरणा देगी."