फिल्म 'लवरात्रि' पर रोक लगाने की मांग, सनातन फाउंडेशन ने गुजरात हाई कोर्ट में दायर की याचिका
सनातन फाउंडेशन की ओर से दायर जनहित याचिका में अदालत से अनुरोध किया गया है कि फिल्म पर रोक के विकल्प के तौर पर फिल्म के निर्माताओं से फिल्म का टाइटल बदलने और उस कंटेंट को हटाने को कहा जाए जिससे हिंदुओं की भावनाएं आहत होती हैं.
अहमदाबादः अहमदाबाद शहर के एक संगठन ने शुक्रवार को गुजरात हाई कोर्ट में एक याचिका दायर कर फिल्म 'लवरात्रि' की रिलीज को रोकने की मांग की है. संगठन ने दावा किया है कि फिल्म के टाइटल और कंटेंट से हिंदुओं की भावनाएं आहत होती हैं. इस फिल्म से अभिनेता सलमान खान के बहनोई आयुष शर्मा और वरीना हुसैन के फिल्मी करियर की शुरुआत हो रही है. इस फिल्म का बैकग्राउंड हिंदुओं के त्यौहार 'नवरात्रि' पर आधारित है.
फिल्म का निर्देशन अभिराज मिनावाला ने किया है और ये फिल्म 5 अक्टूबर को रिलीज होनी है. सनातन फाउंडेशन की ओर से दायर जनहित याचिका में अदालत से अनुरोध किया गया है कि फिल्म पर रोक के विकल्प के तौर पर फिल्म के निर्माताओं से फिल्म का टाइटल बदलने और उस कंटेंट को हटाने को कहा जाए जिससे हिंदुओं की भावनाएं आहत होती हैं.
‘लवरात्रि’ के नाम पर हो रहे विरोध पर सलमान ने कहा, इसका मकसद किसी संस्कृति को नीचा दिखाना नहीं
इस जनहित याचिका पर चीफ जज आर. सुभाष रेड्डी और जस्टिस वी. एम. पंचोली की बेंच सुनवाई कर सकती है. 19 सितम्बर को सुनवाई होने की उम्मीद है. याचिकाकर्ता ने दावा किया है कि फिल्म के 5 अक्टूबर को रिलीज होने से हिंदुओं की भावनाएं आहत होंगी.
सलमान खान फिल्म 'लवरात्रि' को लेकर चल रहे विवाद पर पहले ही बयान दे चुके हैं. उन्होंने कहा था कि कुछ लोगों को फिल्म के नाम को लेकर आपत्ति है. यह बेहद खूबसूरत नाम है. प्रेम से अधिक सुंदर कुछ भी नहीं हो सकता है, इसलिए इसे 'लवरात्रि' कहा गया है.
इसका उद्देश्य किसी संस्कृति को नीचा दिखाना कतई नहीं है. हमारे प्रधानमंत्री भी उसी संस्कृति से आते हैं. 52 साल के अभिनेता ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि सेंसर बोर्ड से इस फिल्म को 'यू' सर्टिफिकेट मिल जायेगा. आपको बता दें कि सलमान खान ने ये बातें बिग बॉस के सीजन-12 के लॉन्च के मौके पर कही थीं.
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