चोपड़ा ने ट्वीट किया था, ‘‘जय हिंद, भारतीय सशस्त्र बल . ’’ ऑनलाइन मंच आवाज पर इस आवेदन में अभिनेत्री को उनके पद से हटाने की मांग की गयी है क्योंकि वह ‘तटस्थ’ नहीं रह पायीं.
उसमें लिखा है, ‘‘दो परमाणु ताकतों के बीच लड़ाई से बस विध्वंस और मौतें हो सकती हैं. यूनीसेफ की सद्भावना दूत के रूप में प्रियंका से तटस्थ और शांत रहने की उम्मीद थीं लेकिन भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में घुस जाने पर उसके पक्ष में किये गये ट्वीट से स्पष्ट है कि उनका रुख बदल गया. वह इस पदवी की हकदार नहीं रहीं.’’
प्रियंका चोपड़ा को 2016 में यूनीसेफ की सद्भावना दूत नियुक्त किया गया था. ऑनलाइन आवेदन को संयुक्त राष्ट्र और यूनीसेफ को टैग किया गया है. उस पर 3519 लोगों के दस्तखत हो चुके हैं.