नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी के जीवन पर आधारित फिल्म की मुश्किल कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. इस फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने से इससे पहले बॉम्बे हाईकोर्ट ने इंकार कर दिया था. बॉम्बे हाईकोर्ट ने इस पर याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा था कि चुनाव आयोग इन मुद्दों से निपट सकता है. अब इसे रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है. याचिकाकर्ता सतीश गायकवाड़ ने बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती दी है. उनके वकील कल सुनवाई की मांग कर सकते हैं.
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लोकसभा चुनाव से पहले इस फिल्म की रिलीज रोकने के लिए कई पॉलिटिकल पार्टियां चुनाव आयोग के दफ्तर भी पहुंचीं थीं. फिल्म को लेकर कांग्रेस ने चुनाव आयोग से कहा था कि इस फिल्म में बीजेपी नेताओं का पैसा लगा है और इसे दिखाकर वोटरों को प्रभावित करने की कोशिश है. कांग्रेस ने कहा था कि इस फिल्म को पांच अप्रैल को रिलीज किया जाएगा. लिहाजा यह चुनाव आचार संहिता उल्लंघन है. ऐसे में आयोग को इस फिल्म पर रोक लगानी चाहिए.
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इसके बाद चुनाव आयोग ने निर्माताओं को नोटिस भेजा था. जिसके जवाब में निर्माताओं ने कहा था कि फिल्म को लेकर कोई भी पॉलिटिकल फंडिंग नहीं हुई है. यह फिल्म पूरी तरह से कॉमर्शिल है.
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चुनाव आयोग ने आज इस पर रोक लगाने से इंकार कर दिया और कहा कि फिल्म को लेकर कोई भी फैसला केवल केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ही ले सकता है. यह चुनाव आयोग के दायरे में नहीं आता है.
बता दें कि इस फिल्म में नरेंद्र मोदी का किरदार एक्टर विवेक ओबेरॉय ने निभाया है.