मुंबई: गुजरे जमाने की मशहूर अभिनेत्री नवाब बानो उर्फ़ निम्मी (स्क्रीन नेम) का लम्बी बीमारी के बाद मुंबई में निधन हो गया. वे 87 साल की थीं. आज शाम 6 बजे सांस संबंधी बीमारी की वजह से निधन हुआ. वे पिछले तीन दिनों से मुंबई के जुहू स्थित क्रिटीकेयर अस्पताल में भर्ती थीं.


निम्मी के देवर इजहार हुसैन ने एबीपी न्यूज़ से फोन पर बात करते हुए इस खबर की पुष्टि की. निम्मी के लेखक पति एस. अली रजा का 2007 में ही निधन हो गया था. उनकी कोई संतान नहीं थी और वे अपनी भांजी परवीन के साथ जुहू में रहती थीं.


निम्मी ने 50 और 60 के दशक में कई फिल्मों में काम कर काफी लोकप्रियता हासिल की थी. बतौर अभिनेत्री 1986 में आई फिल्म 'लव ऐंड गॉड' उ‌नकी अंतिम फिल्म थी और उससे पहले उन्होंने राजेंद्र कुमार और सायरा बानो स्टारर फिल्म 'मेरे महबूब' (1963) में काम किया था.



निम्मी ने राज कपूर,‌ नरगिस और प्रेम नाथ स्टारर फिल्म 'बरसात' (1949) से अपने‌ फिल्मी करियर की शुरुआत की थी, जिसमें वे सेकंड लीड में थीं. इसके बाद उन्होंने 'दीदार', 'आन', 'कुंदन', 'दाग' और 'बसंत बहार', जैसी कई फिल्मों में अपने अभिनय का जलवा दिखाया.


निम्मी ने उसे दौर के मशहूर लेखक एस. अली रजा से शादी कर ली थी. रजा को अपने दौर की कई बड़ी और हिट फिल्में लिखने का श्रेय जाता है, जिनमें अंदाज (1949), मदर इंडिया (1957) और सरस्वतीचंद्र (1968) जैसी फिल्मों का शुमार है. उन्होंने 1971 में आई फिल्म रेशमा और शेरा भी लिखी थी.



निम्मी के देवर इजहार हुसैन ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए बताया, "निम्मी ने 18 फरवरी को अपना जन्मदिन अपने करीबियों के साथ अपने जुहू स्थित घर में मनाया. उम्र से जुड़ी बीमारियों के चलते वे काफी कमजोर हो गई थीं और वे व्हीलचेयर के सहारे ही मूवमेंट कर पातीं थीं. हालांकि उनका 87वां जन्मदिन काफी सादगी से मनाया गया था, मगर वे काफी खुश थीं."



इजहार हुसैन ने आगे बताया, "निम्मी को लोगों से मिलने, लोगों से बातें करने और खाना खाने का बहुत शौक था. निम्मी तो चलीं गईं, मगर उनसे जुड़ी तमाम खुशनुमां यादें हमेशा मेरे जेहन में रहेंगीं."