Complaint Against Taapsee Pannu's Shabaash Mithu: फिल्मों का विवादों से चोली-दामन का साथ रहा है. कभी किसी फिल्म के टाइटल के कारण तो कभी किसी डायलॉग और सीन के कारण लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं. हाल ही में सोशल मीडिया पर बायकॉट का सामना कर चुकी आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा कानूनी पचड़े में फंसी. वहीं अब इस फहरिस्त में तापसी पन्नू (Taapsee Pannu) की फिल्म शाबाश मिट्ठू भी शामिल हो गई है.
'शाबाश मिट्ठू' पर डिसेबल लोगों का मजाक उड़ाने का आरोप
दरअसल, तापसी पन्नू की हालिया रिलीज फिल्म 'शाबाश मिट्ठू' (Shabaash Mithu) पर आरोप है कि इसकी कहानी डिसेबल लोगों का मजाक उड़ाती है. डॉक्टर्स विद डिसेबिलिटीज के को-फाउंडर डॉ सतेंद्र सिंह जो खुद भी 70% लोकोमोटर डिसेबिलिटी से पीडित हैं, उन्होंने फिल्म पर इल्जाम लगाते हुए कोर्ट में शिकायत दर्ज करवाई है. अपनी शिकायत पर उन्होंने कमिश्रर कोर्ट के जारी किए गए नोटिस की कॉपी शेयर की है.
नोटिस के मुताबिक, अदालत ने 'शाबाश मिठू' के खिलाफ दर्ज शिकायत में सीबीएफसी (CBFC) और केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय के डायरेक्टर्स से सफाई मांगी है. इसमें लाल सिंह चड्ढा काभी जिक्र है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिकायतकर्ता डॉ सतेंद्र सिंह का कहना है कि यह दोनों ही फिल्में विकलांग व्यक्तियों के अधिकार अधिनियम, 2016 के प्रावधानों का उल्लंघन करती हैं, जो साफ तौर पर विकलांग लोगों के खिलाफ अपमानजनक कमेंट है. हालांकि, अभी इन आरोपों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है
लाल सिंह चड्ढा भी मुसीबतों से घिरी
जैसा कि सभी जानते हैं, लाल सिंह चड्ढा का बॉक्स ऑफिस पर तो हाल बुरा रहा ही, लेकिन फिल्म कोर्ट कचेहरी की मुश्किलों से भी बच नहीं पाई. विकलांग लोगों का मजाक उड़ाने में लाल सिंह चड्ढा को भी शामिल किया गया है. बताते चलें कि फिल्म में अहमद इब्न उमर ने एक विकलांग बच्चे का किरदार निभाया है, जो कि आमिर खान के बचपन के किरदार में दिखे हैं. बीते 11 अगस्त रिलीज हुई यह फिल्म चौतरफा विवादों से घरी हुई है.
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