फिल्म निर्माता प्रकाश झा की अगली फिल्म का शीर्षक 'परीक्षा' है. इसके बारे में बात करते हुए वह कहते हैं कि दुर्भाग्यवश भारत में चुनाव के दौरान शिक्षा पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया जाता है.

'परीक्षा' की कहानी एक रिक्शा चालक के इर्द-गिर्द घूमती है. वह हर रोज अमीर परिवारों के बच्चों को घर से एक प्राइवेट स्कूल तक ले जाने का काम करता है. वह यह सपना देखता है कि काश वह भी अपने बच्चों का दाखिला किसी ऐसे स्कूल में करवा पाता. अपने ख्वाब को पूरा करने के लिए वह एक खतरनाक रास्ते को चुनता है. इसकी कहानी शहर-गांव के बीच के अंतर को दर्शाएगा.



प्रकाश झा कहते है, "शहर और गांव के बीच के अंतर से भी ज्यादा यह इस बात को बयां करेगा कि जिनके पास कोई सुविधा नहीं है उनके पास शिक्षा का महत्व किस हद तक है. वे अच्छी शिक्षा की कीमत को समझते हैं जो उन्हें अवसर प्रदान करने के काम आता है और गरीबी की इस जिंदगी से उन्हें छुटकारा दिलाता है."

वह कहते हैं, "सपनों और महात्वाकांक्षाओं की कहानी है 'परीक्षा'. किस तरह से एक पिता अपने बच्चों की खातिर जोखिम से भरे एक रास्ते का चुनाव करता है, एक ऐसा रास्ता जो सबकुछ खत्म कर सकती है."

झा ने कहा कि फिल्म बुच्छी नाम के एक पात्र के बारे में है, जो रोज सुबह अमीर घरों के बच्चों को महंगे अंग्रेजी विद्यालयों में छोड़ता है और उसका सपना अपने बच्चों को भी ऐसी ही शिक्षा देने का है.

फिल्म का निर्देशन प्रकाश झा ने किया है. इसमें आदिल हुसैन, प्रियंका बोस, संजय सूरी और शुभम झा अभिनय करते नजर आएंगे. फिल्म का निर्माण प्रकाश झा प्रोडक्शन्स ने किया है.