ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हुईं मलाला यूसुफजई, प्रियंका चोपड़ा ने खास अंदाज में दी शुभकामनाएं
मलाला यूसुफजई को ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से फिलॉसफी, पॉलिटिक्स और इकोनॉमिक्स में स्नातक की डिग्री लेने पर बधाई दी है.
भारतीय अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा जोनस ने पाकिस्तानी शिक्षा कार्यकर्ता और नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई को ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से फिलॉसफी, पॉलिटिक्स और इकोनॉमिक्स में स्नातक की डिग्री लेने पर बधाई दी है. प्रियंका ने इंस्टाग्राम पर मलाला के साथ खुद की एक तस्वीर पोस्ट की, जो तालिबानी क्रूरता के खिलाफ एक चेहरा बन गईं थीं, जब उन्हें स्वात घाटी में स्कूल जाने से रोकने के लिए सिर में गोली मार दी गई थी.
प्रियंका ने इसे कैप्शन दिया, "हैप्पी ग्रेजुएशन, मलाला! आपका फिलॉसफी, पॉलिटिक्स और इकोनॉमिक्स में ऑक्सफोर्ड से डिग्री लेना एक उपलब्धि है. मुझे बहुत गर्व है!"
19 जून को, मलाला ने अपने परिवार के साथ एक तस्वीर पोस्ट करके अपनी खुशी जाहिर की थी. उन्होंने लिखा था, "अभी अपनी खुशी और कृतज्ञता व्यक्त करना मुश्किल है, क्योंकि मैंने ऑक्सफोर्ड में अपनी फिलॉसफी, पॉलिटिक्स और इकोनॉमिक्स की डिग्री पूरी कर ली है. मुझे नहीं पता कि आगे क्या है. फिलहाल, यह नेटफ्लिक्स, पढ़ने और सोने का समय है."
Hard to express my joy and gratitude right now as I completed my Philosophy, Politics and Economics degree at Oxford. I don’t know what’s ahead. For now, it will be Netflix, reading and sleep. ???? pic.twitter.com/AUxN55cUAf
— Malala (@Malala) June 19, 2020
मलाला ने पहली बार अपने स्नातक होने की खबर 8 जून को साझा की, जब उन्होंने यूट्यूब स्पेशल डियर क्लास ऑफ 2020 में भाग लिया था. मलाला ने तब साझा किया था कि उन्हें अभी "चार और परीक्षाएं देनी हैं".
स्कूल से घर आते हुए मार दी थी गोली
पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा की हिमायत करने वाली मलाला युसुफजई की बीबीसी के जरिए गुल मकई के नाम से दुनियाभर में गूंजती आवाज को दबाने के लिए तालिबान ने स्कूल से घर लौट रही मलाला के सिर में गोली मारकर उसकी जान लेने की कोशिश की.
हमला घातक था, लेकिन मलाला का हौंसला भी कम न था. ब्रिटेन में लंबे इलाज के बाद वह ठीक हुईं और एक बार फिर अपने अभियान में जुट गईं. सबसे कम उम्र में शांति का नोबेल जीतने वाली मलाला आतंकवादियों के बच्चों को भी शिक्षा देने की पक्षधर है ताकि वह शिक्षा और शांति का महत्व समझें.