अमेरिका और ब्रिटेन में भी यह किताब प्रकाशित होगी. प्रियंका ने किताब के बारे में कहा , ‘‘ किताब का अंदाज बिल्कुल मेरी तरह ईमानदार , मजाकिया , जोशीला , बोल्ड और विद्रोही होगा. मैं हमेशा निजी व्यक्ति रही हूं. मैंने अपने सफर के दौरान अपनी भावनाओं के बारे में कभी बात नहीं की लेकिन अब मैं ऐसा करने के लिए तैयार हूं. ’’
प्रियंका ने कहा कि जहां तक अपनी राय व्यक्त करने की बात है तो वह इस संबंध में बचपन से निर्भीक रही हैं. उन्होंने कहा , ‘‘ मैं लोगों खासतौर पर महिलाओं को प्रेरित करने की उम्मीद में अपनी कहानी बताना चाहती हूं ताकि बातचीत का तौरतरीका बदले , ताकि तय मानक टूटें. महिलाओं से हमेशा कहा जाता है कि हम सबकुछ हासिल नहीं कर सकते. मैं सबकुछ चाहती हूं , और मेरा विश्वास है कि कोई और भी यह पा सकता है. मैं इसका सबूत हूं. ’’