Pulwama Terrorist Attack: जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 40 सीआरपीएफ जवानों की शहादत से पूरे देश भर में मातम का माहौल है. आम जनता से लेकर सेलिब्रिटी तक हर कोई अपनी तरह से शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहा है. बॉलीवुड एक्टर अनुपम खेर ने एक बेहद भावुक कर देने वाली कविता पढ़ते हुए अपना एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है.
अनुपम खेर ने कविता कहते हुए अपना एक वीडियो ट्वीट किया है. साथ ही उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, "मुझे यह कविता एक Text Message के तौर पर मिली. यह एक जवान की जिंदगी की तुलना एक आम आदमी की जिंदगी से करती है. इसने मुझे भावुक कर दिया और इस बात का अहसास करा दिया कि सेना और जवानों के बलिदान को यूं ही मान लेना कितना आसान है."
इस कविता में साफ है कि एक सैनिक का जीवन कैसे आम लोगों से बिल्कुल जुदा होता है. यूं तो अनुपम खेर ने ये कविता अंग्रेजी में पढ़ी लेकिन हम आपके लिए उनकी इस कविता का हिंदी अनुवाद भी लेकर आए हैं.
"तुमने डिग्री के लिए तैयारी की और मैंने सबसे कड़ी ट्रेनिंग की.
तुम्हारा दिन 7 बजे शुरू होता और 5 बजे खत्म हो जाता और मेरा सुबह 4 बजे शुरू होकर रात 9 बजे तक चलता रहता.
इसमें कुछ रातें भी शामिल होती थीं.
तुम्हारी अपनी कॉनवोकेशन सेरेमनी होती थी और मुझे मेरी पीओपी में हिस्सा लेना होता.
तुम्हें बेस्ट कंपनी ने हायर किया और सबसे अच्छा पैकेज मिला.
मुझे मेरी पलटन मिली और 2 सितारे मेरे कंधे पर लगाए गए.
तुम्हें नौकरी मिली और मुझे जिदंगी जीने का एक नया तरीका.
हर शाम तुम अपने परिवार से मिलते और मैं ये दुआ करता कि जल्द ही अपने परिवार से मिल पाऊंगा.
तुम रौशनी और संगीत के साथ त्यौहार मनाते और मैं अपने साथियों के साथ बंकर में पड़ा रहता.
शादियां हम दोनों ने ही की थीं, तुम्हारी पत्नी तुम्हें रोज देख पाती और मेरी ये दुआ करती कि मैं सलामत रहूं.
तुम्हें बिजनेस ट्रिप्स पर भेजा जाता और मैं लाइन ऑफ कंट्रोल पर रहता.
हम दोनों ही वापस लौट आए.
दोनों की ही पत्नियां अपने आंसू नहीं रोक सकीं. लेकिन तुमने उसे गले लगाया और उसके आंसू पोछ दिए, लेकिन मैं नहीं कर सका."
अनुपम खेर से पहले पुलवामा अटैक से दुखी अभिनेता आयुष्मान खुराना ने ट्विटर पर एक कविता शेयर की है. उनकी कविता में जवानों के बलिदान और उनके गुज़रने से परिवार वालों को होने वाली अनंत दुखों का ज़िक्र है.
देश का हर जवान बहुत ख़ास है,
है लड़ता जब तक श्वास है,
परिवारों के सुखों का कारावास है,
शहीदों की माओं का अनंत उपवास है,
उनके बच्चों को कहते सुना है-
पापा अभी भी हमारे पास हैं!
आपको बता दें कि कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले में भारत के 40 जवानों ने अपनी जान गंवा दी. विस्फोटक सामग्री से भरी एक एसयूवी कार से आत्मघाती हमलावरों ने भारतीय सेना के काफिले को टक्कर मार दी जिससे भीषण बम धमाका हुआ. इस हमले के बाद भारत के लोगों में आक्रोश है.