मूवी रिव्यू 'करीब करीब सिंगल': शानदार एक्टिंग से इरफान-पार्वती ने जीता दिल
ये एक पारिवारिक फिल्म है जिसकी खूब तारीफ हो रही है. सोशल मीडिया पर भी इस फिल्म को देखने के बाद लोग सकारात्मक रिव्यू दे रहे हैं.
नई दिल्ली: 'हिन्दी मीडियम' के बाद एक बार फिर इरफान खान बड़े पर्दे पर धमाल मचाने को तैयार हैं. इरफान की फिल्म 'करीब-करीब सिंगल' आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है. ये एक रोमांटिक लव स्टोरी जो बाकी फिल्मों से थोड़ी अलग है. इस फिल्म को तनुजा चंद्रा ने डायरेक्ट किया है जो इससे पहले दुश्मन (1998) और संघर्ष (1999) जैसी फिल्मों को डायरेक्ट कर चुकी हैं. इस फिल्म में इरफान के साथ मलायलम एक्ट्रेस पार्वती बॉलीवुड में डेब्यू कर रही हैं. इस फिल्म में दो ऐसे लोगों की कहानी दिखाई गई है जो ऑनलाइन डेटिंग के माध्यम से मिलते हैं. ये एक पारिवारिक फिल्म है जिसकी खूब तारीफ हो रही है. सोशल मीडिया पर भी इस फिल्म को देखने के बाद लोग सकारात्मक रिव्यू दे रहे हैं.
आपको बताते हैं कि इस फिल्म को समीक्षकों ने कैसा बताया है और कितनी रेटिंग दी है.
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की जानी मानी समीक्षक शुभ्रा गुप्ता ने इस फिल्म को 3.5 स्टार देते हुए दोनों लीड एक्टर्स की खूब तारीफ की है. उन्होंने बताया है कि इस फिल्म की कहानी बहुत ही नई है. पार्वती की प्रशंसा करते हुए कहा है कि उन्हें देखना ताजगी का एहसास कराता है क्योंकि उन्हें इस फिल्म में बॉलीवुड की ड्रेस-अप डॉल्स की तरह नहीं परोसा गया है.
हिंदी के जाने माने समीक्षक अजय ब्रह्मात्ज ने इस 3.5 स्टार देते हुए लिखा है, ''‘करीब करीब सिंगल’ हिंदी की रेगुलर फिल्मों से अलग हैं. इसे दर्शकों की तवज्जो चाहिए है. यह फिल्म आपकी नई दोस्त की तरह है. ध्यान देने पर ही आप उसकी खूबसूरती देख-समझ पाएंगे. फिल्म इतनी सरल है कि साधारण लगती है,लेकिन अंतिम प्रभाव में यह फिल्म सुकून देती है. एक नई स्टोरी से अभिभूत करती है. इरफान और पार्वती के साथ तनुजा चंद्रा भी बधाई की पात्र हैं.''
हिंदी अखबार दैनिक जागरण की बेवसाइड ने इस फिल्म को 3.5 स्टार देते हुए लिखा है, ''अर्से बाद फिल्ममेकिंग में लौटी तनुजा खूबसूरत रोमांटिक ड्रामा गढ़ा है. उन्हें इरफान और पार्वती का पूरा सहयोग मिला है. दोनों शानदार एक्टर है, इसलिए पटकथा की सीमाओं के शिकार नहीं होते. वे निजी प्रयास से दृश्यों को अर्थपूर्ण और प्रभावशाली बना देते हैं. दोनों की जुगलबंदी फिल्म को ऊंचे स्तर पर ले जाती है. यह फिल्म इरफान की अदाकारी,कॉमिक टाइमिंग और संवाद अदायगी से मन मोहती है. आम सी पंक्तियों में वे अपने अंदाज से हास्य और व्यंग्य पैदा करते हैं. कहीं-कहीं झकझोरते भी हैं. योगी के बिंदास अदांज, किलिंग एटीट्यूड, देसीपन और जिंदादिली को उन्होंने सही तरीके से पकड़ा है. उनकी मौजूदगी चमत्कार पैदा करती है. वहीं पार्वती ने अकेली महिला की दुविधा को बखूबी आत्मसात किया है.''
अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स ने इस फिल्म को 4.5 स्टार देते हुए इरफान और पार्वती की खूब तारीफ की है और लिखा है कि डायरेक्टर तनुजा चंद्रा ने 9 साल गैप के बाद ये एक बहुत ही रिफ्रेशिंग, मैच्यौर कहानी लेकर आई हैं.
इस तरह हर तरफ इस फिल्म की खूब तारीफ हो रही है. अगर आप भी इस हफ्ते कुछ नया देखना चाहते हैं तो ये फिल्म देख सकते हैं. यहां देखें ट्रेलर-