Happy Birthday R Madhavan: हिंदी सिनेमा में जब भी रोमांटिक एक्टर्स की बातें होती हैं तो शाहरुख खान का नाम टॉप पर आता है. इसके अलावा सलमान खान और आमिर खान पर भी लड़कियां फिदा रहती थीं लेकिन एक ऐसा भी एक्टर है जिसके जैसा लवर लड़कियां अक्सर चाहती हैं. उस लवर का नाम है 'मैडी'...जी हां मैडी वही जिसे आपने 'रहना है तेरे दिल में' (2001) में आपने देखा होगा. ये फिल्म तो फ्लॉप हुई थी लेकिन बाद में ये टीवी पर हिट हुई और आज भी 'मैडी' के चर्चे होते हैं.


'मैडी' का रोल करने वाले एक्टर का नाम 'आर माधवन' है. माधवन वैसे तो साउथ एक्टर हैं लेकिन उन्होंने हिंदी सिनेमा में भी खूब काम किया है. माधवन आज भी फिल्म इंडस्ट्री में एक्टिव हैं और एक से बढ़कर एक फिल्में करके लोगों का दिल जीत रहे हैं. चलिए आपको उनके जीवन के कुछ अनसुने किस्से बताते हैं.






आर माधवन का फैमिली बैकग्राउंड


1 जून 1970 को आर माधवन का जन्म बिहार के जमशेदपुर में हुआ था, अब ये शहर झारखंड में आता है. माधवन तमिल ब्राह्मिण परिवार को बिलॉन्ग करते हैं और उका पूरा नाम रंगनाथन माधवन है. माधवन के पिता का नाम रंगनाथन है जो जमशेदपुर में स्थित टाटा स्टील कंपनी में मैनेजमेंट एग्जेक्यूटिव थे, वहीं इनकी मां सरोजा बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर की पोस्ट पर थीं. माधवन की छोटी बहन देविका सॉफ्टवेयर इंडियन हैं.




माधवन को तमिल, हिंदी, अंग्रेजी और बिहारी भाषा बोलना अच्छे से आता है. माधवन की शुरुआती पढ़ाई डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल से हुई. साल 1988 में माधवन ने स्कॉलशिप पाई और महाराष्ट्र के कोल्हापुर में स्थित राजाराम कॉलेज से कल्चरल अम्बेस्डर की पढ़ाई की. माधवन ने इलेक्ट्रॉनिक्स में बीएससी किया है और आगे की पढ़ाई के लिए कनाडा भी गए थे.


पब्लिक स्पीकिंग की पढ़ाई के दौरान ही माधवन की मुलाकात सरिता बिर्ज से हुई और लगभग 8 साल तक इनका अफेयर रहा. साल 1999 में माधवन ने सरिता से शादी कर ली थी. साल 2005 में माधवन और सरिता का एक बेटा हुआ जिसका नाम वेदांत माधवन है और वो बेहतरीन तैराक हैं. उन्होंने भारत के लिए गोल्ड मैडल और 3 पदक जीते हैं.


आर माधवन का संघर्ष और पहली फिल्म


माधवन को आर्मी में जाने का मौका मिला था लेकिन उनकी उम्र 6 महीने छोटी थी तो वो उसमें हिस्सा नहीं ले सके. माधवन ने फिर पब्लिक स्पीकिंग में टीचिंग कोर्स शुरू किया. पढ़ाई के दौरान ही उन्हें यंग बिजनेसमैन के तौर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला और साल 1992 में जापान के टोक्यो में उन्होंने स्पीच दी.




बाद में वो लौटकर कोल्हापुर नहीं मुंबई आए और मॉडलिंग करने लगे, हालांकि यहां उन्होंने पार्ट टाइम के लिए एक नौकरी भी की. माधवन पहली बार फिल्म यूले लव स्टोरी (1993) में नजर आए. उसी साल माधवन 'अपनी बात बनेगी' और 'घर जमाई' नाम के सीरियल में भी नजर आए. यहां से माधवन का फिल्मी करियर शुरू हो चुका था.


आर माधवन की फिल्में


साल 2001 में फिल्म रहना है तेरे दिल में आई जिसमें माधवन और दीया मिर्जा लीड रोल में थे. ये एक प्यारी सी लव स्टोरी थी जो एक आवारा लड़के को प्यार में पड़ने के बाद उसका हाल कैसा होता है ये दिखाती है.




फिल्म के गाने सुपरहिट रहे लेकिन बॉक्स ऑफिस पर फिल्म फ्लॉप हुई. हालांकि, जब ये फिल्म टीवी पर आई तो जबरदस्त लोकप्रिय हो गई. इसके अलावा माधवन ने '3 इडियट्स', 'शैतान', रॉकेट्री', 'तनु वेड्स मनु फ्रेंचाइजी', 'गुरू' जैसी बेमिसाल और सुपरहिट हिंदी फिल्में की हैं. इसके अलावा माधवन ने तमिल, तेलुगू भाषाओं में भी फिल्में की हैं.


आर माधवन की नेटवर्थ


आर माधवन आज फिल्मों और वेब सीरीज हर जगह छाए हुए हैं. एक फिल्म के लिए 6-8 करोड़ रुपये फीस लेते हैं. माधवन फिल्मों, कैमियो, रिएलिटी शोज में अपियरेंस और सोशल मीडिया से अच्छी खासी फीस वसूलते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आर माधवन के पास 115 करोड़ रुपये की संपत्ति है.


यह भी पढ़ें: Panchayat ही नहीं इन सीरीज-फिल्मों में भी दिखाई गई गांव-देहात की झलक, ओटीटी पर उपलब्ध हैं, फटाफट निपटा लें