सुपरस्टार जो फिल्म हिट दे या फ्लॉप फिर भी बढ़ा देता था अपनी फीस, जिसने की धर्मेंद्र और अमिताभ बच्चन जैसे स्टार की बेइज्जती, जानें कौन थे वो
Raaj Kumar Stardom: फिल्म इंडस्ट्री में सभी अपने-अपने अंदाज के लिए जाने जाते हैं लेकिन एक ऐसा स्टार भी है जो अपने रौब के लिए जाने जाते थे. एक ऐसा एक्टर जिनके आगे बड़े-बड़े एक्टर्स सोच-समझकर बोलते थे.
चाल में शेरों जैसा रुआब, दमदार आवाज और सख्त मिजाज का मालिक एक एक्टर था जिसने 50's से लेकर 90's तक दर्जनों फिल्में कीं और एक अलग ही छाप छोड़ गए. एक ऐसा एक्टर जो अपने आगे किसी को कुछ नहीं समझता था और किसी भी स्टार की बेइज्जती कर दिया करता था. उस एक्टर का नाम राज कुमार है जिन्होंने उम्रभर राजकुमारों जैसी जिंदगी जी.
राज कुमार इंडस्ट्री के ऐसे एक्टर थे जो अपनी हर फिल्म के बाद फीस बढ़ा दिया करते थे. वो एक ऐसे एक्टर थे जिनके साथ अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र जैसे बड़े स्टार्स काम करने से घबराते थे. बताया जाता है कि वही आवाज उनके अंत समय में चली गई थी और वो इशारों में बात करते थे. चलिए राज कुमार के कुछ अनसुने किस्से बताते हैं.
राजकुमार का फैमिली बैकग्राउंड
राज कुमार कश्मिरी पंडित थे लेकिन साल 1940 में वो बॉम्बे (अब मुंबई) कुछ बनने आ गए थे. यहां उनकी मुलाकात एंगलो-इंडियन जेनिफर से हुई जिनसे उन्होंने साल 1960 में शादी कर ली थी. शादी के बाद जेनिफर का नाम गायत्री हो गया था और उनसे राज कुमार को तीन बच्चे हुए. इनमें से पुरु राज कुमार फिल्म इंडस्ट्री में एक्टिव रहे लेकिन उनका करियर फ्लॉप रहा.
राजकुमार का फिल्म इंडस्ट्री में 'रौब'
1940 में राजकुमार मुंबई आए और काफी मेहनत करने के बाद बॉम्बे पुलिस में सब-इंस्पेक्टर बन गए. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज कुमार ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था बचपन से ही वो किसी की सुनते नहीं थे. बाद में पुलिस की नौकरी लगी तो भी उनकी आवाज और अंदाज में और भी रौब आ गया. किस्मत ने राज कुमार को फिल्मों की तरफ मोड़ा और पुलिस की नौकरी छोड़कर राज कुमार ने हिंदी सिनेमा की तरफ रुख कर लिया.
साल 1952 में इनकी पहली फिल्म रंगीली आई और इसी साल इनकी कुछ और फिल्में आईं लेकिन इन्हें पहचान साल 1957 में आई फिल्म मदर इंडिया से मिली. इसके बाद राज कुमार ने बैक टू बैक कई फिल्में कीं और उनकी खासियत थी कि वो हर फिल्म के बाद अपनी फीस बढ़ा दिया करते थे. मेकर्स उनकी इस बात को मान भी लेते थे क्योंकि राज कुमार उस दौर के फेमस एक्टर बन चुके थे.
राज कुमार अपने रोल खुद चुनते थे और जो रोल उन्हें पसंद नहीं आते उन्हें वो मना तो करते साथ में उस मेकर की बेइज्जती भी कर देते थे. इस लिस्ट में अमिताभ बच्चन, राजेश खन्ना, धर्मेंद्र, राज कपूर, प्रकाश मेहरा जैसे कई दिग्गज शामिल हैं. राज कुमार के उसी एटिट्यूट के कारण फिल्म इंडस्ट्री के लोग उनके साथ काम करने से डरते थे और जो करते थे वो उनकी हर शर्त को मानते थे.
राजकुमार की दर्दनाक मौत
8 अक्टूबर 1926 को ब्रिटिश इंडिया के लोरलाई (अब पाकिस्तान में) में राज कुमार का जन्म हुआ था. इनका असली नाम कुलभूषण पंडित था. पूरी लाइफ राज कुमार ने प्रिंस जैसी लाइफ जी और अपने रौब से लोगों को डराकर रखा लेकिन उनका अंत समय काफी बुरा रहा. 69 साल की उम्र में राज कुमार को गले का कैंसर हो गया था और उनका कई महीनों तक इलाज चला.
फरहाना फारूक को दिए एक इंटरव्यू में राज कुमार के बेटे पुरु राज कुमार ने राज कुमार के आखिरी दिनों के बारे में बताया था. फिल्मों में जो दमदार आवाज आप सुनते थे वो अंत समय में लगभ चली गई थी. आखिरी दिनों वो इशारों में बात करते थे और बहुत दर्द में हुआ करते थे. 3 जुलाई 1996 को राज कुमार का निधन हो गया था.