ये फिल्म लेखक हरिंदर सिक्का की किताब 'कॉलिंग सहमत' को लेकर बनाई है. ये फिल्म कहानी है एक 20 साल की स्टूडेंट की जो अपने पिता के कहने पर पाकिस्तान के एक शख्स से शादी कर लेती है और वहां जाकर एक जासूस के तौर पर काम करती है. इस फिल्म के बैकड्रॉप में 1971 की लड़ाई को दिखाया गया है. 1971 की लड़ाई में सहमत की खुफिया जानकारियों ने कैसे देश को न सिर्फ एक बड़े खतरे से बचाया बल्कि जंग में जीत भी हासिल करवाई. बता दें कि इस फिल्म की निर्देशक मेघना गुलजार हैं. इस फिल्म को अच्छा रिव्यू मिला है और रेटिंग भी बहुत अच्छी मिली है. सोशल मीडिया पर इस फिल्म को लेकर लोगों का रिएक्शन भी पॉजिटिव है.