नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों से बॉलीवुड से लेकर टॉलीवुड तक कास्टिंग काउच और यौन शोषण पर खुलकर बहस हो रही है. बिना किसी से डरे अभिनेत्रियां सामने आ रही हैं और इसका विरोध कर रही हैं. अब बीबीसी ने इसी मुद्दे पर एक डॉक्युमेंट्री बनाई है जिसका नाम है ‘बॉलीवुड डार्क सीक्रेट’. इस डॉक्युमेंट्री में अभिनेत्री राधिका आप्टे और उषा जाधव ने इंडस्ट्री में अनुभवों को शेयर किया है. इन दोनों अभिनेत्रियों ने कहा है कि ऐसे मामले में पीड़ित हमेशा आगे आने से बचते हैं. उषा जाधव ने तो कई हैरान करने वाली बातें बताई हैं. उन्होंने कहा कि उनसे ये कहा जाता था कि करियर बनाना है तो अभिनेत्री को खुशी-खुशी सेक्स करने आना चाहिए.
राधिका आप्टे ने इससे पहले भी कई बार इस मुद्दे पर अपनी बात खुलकर रखी है. इस डॉक्युमेंट्री में राधिका ने बताया है कि आखिर क्यों लोग पीड़ित होने के बावजूद चुप रहते हैं. राधिका ने इस डॉक्युमेंट्री में कहा है, “कुछ लोगों को भगवान की तरह पूजा जाता है. वे लोग इतने ताकतवर होते हैं कि पीड़ित को लगता है कि उनकी आवाज को कोई सुनेगा ही नहीं. या फिर ये लगता है कि अगर मैंने आवाज उठाई तो मेरा करियर बर्बाद हो जाएगा.'' राधिका आप्टे ने उम्मीद जताई है कि हॉलीवुड में हो रहे यौन शोषण के खिलाफ जैसे #MeToo कैंपेन की शुरूआत हुई, काश बॉलीवुड में भी ये कदम उठाया जाता.
मराठी फिल्म अवॉर्ड जीतने वाली उषा जाधव ने बताया है कि एक बार उनसे पूछा गया था कि अगर उन्हें मौका दिया जाता है तो बदले में वो क्या देंगी. उन्होंने बताया, “मैंने उन्हें बताया कि मेरे पास देने के लिए पैसे नहीं हैं. तो ये सुनकर मुझसे कहा गया कि नहीं पैसों की बात नहीं है, बल्कि अगर कोई तुम्हारे साथ रात बिताना चाहे, या तो वो प्रोड्यूसर हो या फिर डायरेक्टर हों या फिर दोनों ही हों.” उन्होंने बताया, ''मुझसे कहा जाता था कि एक एक्ट्रेस को खुशी-खुशी सेक्स करने आना चाहिए. वो मुझे जहां भी मन हो छूता था, जहां भी दिल करे वो मुझे किस करता था, मैं ये सब देखकर शॉक्ड थी. वो मेरे कपड़ों के अंदर अपना हाथ ले जाता था, जब मैंने उसे ऐसा करने से रोका तो उसने कहा कि अगर तुम्हें इस इंडस्ट्री में काम करना है तो ये सही एटिट्यूड नहीं है.''
आपको बता दें कि कुछ समय कास्टिंग काउच पर बवाल मचा हुआ है. इस मामले ने उस समय तूल पकड़ लिया जब तेलुगू अभिनेत्री श्री रेड्डी इसके खिलाफ कपड़े उतार कर विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने बाहुबली में नज़र आ चुके अभिनेता राणा दग्गुबत्ती के भाई अभिराम दग्गुबाती पर गंभीर आरोप लगाए. इसके बाद तेलुगू की कुछ और अभिनेत्रियां सामने आईं और कास्टिंग काउच के खिलाफ प्रदर्शन किया. ये मामला और बढ़ गया जब इस मुद्दे पर बॉलीवुड की जानी मानी कोरियोग्राफर सरोज खान ने कहा कि कम से कम बॉलीवुड रोटी तो देता है, रेप करके छोड़ नहीं देता. बाद में सरोज खान ने माफी मांग ली. यहां पढ़ें विस्तार से
इस डॉक्यूमेंट्री को बीबीसी की रजनी वैद्यनाथन ने बनाया है. ये डॉक्यूमेंट्री 28 अप्रैल को रिलीज होगी.