शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा पर ED का एक्शन, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जब्त की 97 करोड़ की प्रॉपर्टी
Shilpa Shetty- Raj Kundra: शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. अब ईडी ने कपल की करोड़ों की संपत्ति जब्त कर ली है.
Shilpa Shetty- Raj Kundra: शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा के ग्रह नक्षत्र ठीक नहीं चल रहे हैं. कपल की मुश्किलें फिर बढ़ती हुई नजर आ रही हैं. दरअसल ईडी ने शिल्पा के पति राज कुंद्रा पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी करोड़ों की प्रॉपर्टी जब्त कर ली है.
शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा की करोड़ों की संपत्ति जब्त
बता दें कि ईडी ने शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा की मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 97 करोड़ की प्रॉपर्टी जब्त कर ली है. वहीं शिल्पा के बिजनेसमैन पति राज कुंद्रा के खिलाफ एडल्ट फिल्मों के निर्माण और प्रसार के संबंध में कार्रवाई करते हुए ईडी ने कहा कि लगभग 97.79 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति कुंद्रा दंपति की है और यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2022 के तहत की गई है. इनमें उपनगरीय मुंबई के पॉश जुहू इलाके में एक आवासीय फ्लैट शामिल है, जो शिल्पा शेट्टी के नाम पर है, साथ ही पुणे में एक बंगला और कुंद्रा के इक्विटी शेयर भी शामिल है. जिन संपत्तियों/शेयरों को कुर्क किया गया है, उनके व्यक्तिगत मूल्यांकन का खुलासा ईडी द्वारा नहीं किया गया है.
ED, Mumbai has provisionally attached immovable and movable properties worth Rs. 97.79 Crore belonging to Ripu Sudan Kundra aka Raj Kundra under the provisions of PMLA, 2002. The attached properties include Residential flat situated in Juhu presently in the name of Smt. Shilpa…
— ED (@dir_ed) April 18, 2024
शिल्पा-राज कुंद्रा के वकील प्रशांत पाटिल ने क्या कहा?
वहीं अब इस मामले पर शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा के वकील प्रशांत पाटिल का बयान भी आ गया है. पाटिल ने कहा, “ हम कानून की उचित प्रक्रिया का पालन करेंगे और अपने क्लाइंट की लिबर्टी और प्रॉपर्टी की रक्षा के लिए प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के प्रावधानों के तहत निर्धारित जरूरी कदम उठाएंगे.
प्रथम दृष्टया, मेरे क्लाइंट राज कुंद्रा और शिल्पा शेट्टी कुंद्रा के खिलाफ कोई मामला नहीं बनता है.हमें माननीय न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है. मेरा मानना है कि जब हम माननीय प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष अपना निष्पक्ष प्रतिनिधित्व करते हैं, तो जांच एजेंसियां भी हमें न्याय दे सकती हैं. हमें निष्पक्ष जांच पर भरोसा है. हम जरूरत पड़ने पर अधिकारियों के साथ सहयोग करने के लिए कमिटेड हैं.”
ED ने क्यों की कार्रवाई ?
ईडी की कार्रवाई महाराष्ट्र पुलिस और दिल्ली पुलिस द्वारा मेसर्स वेरिएबल टेक पीटीई लिमिटेड, दिवंगत अमित भारद्वाज, अजय भारद्वाज, विवेक भारद्वाज, सिम्पी भारद्वाज, महेंद्र भारद्वाज और कई अन्य एमएलएम एजेंटों के खिलाफ दर्ज की गई कई एफआईआर के आधार पर की गई जांच के हिस्से के रूप में सामने आई है.
एफआईआर के मुताबिक, आरोपियों ने 2017 में बिटकॉइन के रूप में 6,600 करोड़ रुपये की भारी धनराशि कलेक्ट की थी. बिटकॉइन के रूप में हर महीने 10% रिटर्न के झूठे वादे के साथ निवेशकों से यह रकम इकट्ठा की गई थी. ये बिटकॉइन कथित तौर पर बिटकॉइन खनन के लिए थे, निवेशकों को क्रिप्टो परिसंपत्तियों में पर्याप्त रिटर्न की उम्मीद थी. हालांकि, प्रमोटरों ने कथित तौर पर निवेशकों को धोखा दिया और बिटकॉइन को अस्पष्ट ऑनलाइन वॉलेट में छिपा दिया.
क्या है राज कुंद्रा पर आरोप?
ईडी ने दावा किया है कि उसकी जांच से पता चला है कि राज कुंद्रा को यूक्रेन में बिटकॉइन माइनिंग फार्म स्थापित करने के लिए 'गेन बिटकॉइन पोंजी स्कैम' के मास्टरमाइंड और प्रमोटर अमित भारद्वाज से 285 बिटकॉइन मिले थे. भोले-भाले निवेशकों से प्राप्त ये बिटकॉइन अमित भारद्वाज द्वारा एकत्र किए गए थे और अब कुंद्रा के कब्जे में हैं. इनकी कीमत 150 करोड़ रुपये से ज्यादा है.