News Maker of the Year 2024: भारतीय फिल्मों में सोचिए अगर सिर्फ कहानी दिखाई जाए, तो वो कितनी अधूरी लगेंगी अगर उनमें गाने न हों? और जब वो गाने लिखने वाले जावेद अख्तर जैसे लिरिसिस्ट हों तो कहना ही क्या. जावेद अख्तर और साहिर लुधियानवी जैसे लिरिसिस्ट ने हिंदी गानों को जहां पहुंचाया है वहां पहुंचाने के लिए जरूरी है कि इनकी परंपरा को जारी रखने वाला 'कोई' हो.


क्योंकि अगर 'कोई' न हुआ तो बिना सिर पैर के गाने सिर्फ बीट पर थिरकने के लिए तो मजबूर कर देंगे, लेकिन सोचने और समझने के लिए लोगों के पास कुछ रहेगा ही नहीं. वो 'कोई' भी अब बॉलीवुड के पास आ गया है. वो 'कोई', कोई और नहीं बल्कि हिंदी गानों के बेहतरीन लिरिसिस्ट राज शेखर हैं, जिन्हें एबीपी न्यूज ने उनके योगदान के लिए अपने 'न्यूज मेकर ऑफ द ईयर' अवॉर्ड में 'लिरिसिस्ट ऑफ द ईयर' अवॉर्ड से नवाजा है.


राज शेखर किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. तनु वेड्स मनु की जो कहानी तनु वेड्स मनु रिटर्न्स तक यूपी, बिहार, पंजाब और हरियाणा तक पहुंची थी, फिल्म में उसी लिहाज से गाने लिखे थे राज शेखर ने. राज शेखर वही हैं जिन्होंने एनिमल का 'पहले भी मैं' लिखा और फिल्म की कहानी को सिर्फ अपनी लिरिक्स से भावों से भर दिया.


राज शेखर सिर्फ लिरिसिस्ट नहीं साहित्यकार भी हैं
राज शेखर इसके आगे भी हैं उन्होंने ही शुद्ध देसी रोमांस के अल्हड़पन दिखाते गाने लिखे. राज शेखर वो भी हैं जिन्होंने 'तुम्बाड़' का गाना तुम्बाड़ भोगना है तुम्हे लिखा. इस गाने के बारे में खास बात ये है कि सिर्फ कुछ मिनट के गाने में पूरी फिल्म का सार बताया जाता है. वो भी किसी समकालीन लिखने वाले की तरह नहीं, बल्कि सदियों पहले अपनी अमिट छाप छोड़कर जाने वाले किसी कवि की तरह. छोटी-छोटी लाइनों के इतने बड़े मायने देकर फिल्म की गरिमा बढ़ाने का काम करने वाले राज शेखर दरअसल बॉलीवुड लिरिसिस्ट ही नहीं बल्कि एक गंभीर साहित्यकार भी हैं. उनकी क्रिएटिविटी, गाने नहीं रचनाएं गढ़ती है.


बिहार से होने के बावजूद वो लगभग हर छोटी-बड़ी भाषा का ज्ञान अपने अंदर समेटना चाहते हैं. एबीपी न्यूज से उन्होंने बताया भी था कि वो हर भाषा को चाहे उसका खुद का व्याकरण हो न हो, वो उतनी ही रिस्पेक्ट देते हैं जितनी अपनी मातृभाषा को. इसका उदाहरण है कि मैथिली भाषा बोलकर बड़े हुए राजशेखर ने मलयालम भाषा में भी गाने लिखे हैं और पंजाबी में भी.






राज शेखर ने कब की थी करियर की शुरुआत
राज शेखर ने 2011 की फिल्म तनु वेड्स मनु से अपने करियर की शुरुआत गीतकार के तौर पर की थी. इसके बाद उन्होंने उरी द सर्जिकल स्ट्राइक, शुद्ध देसी रोमांस, एनिमल और वीरे दी वेडिंग जैसी कई फिल्मों में अपने गाने दिए. राज शेखर को IIFA Awards 2024 में फिल्म 'एनिमल' के गाने 'पहले भी मैं' के लिए गोल्ड अवॉर्ड फॉर बेस्ट लिरिसिस्ट मिला है.


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