Throwback: जब भी 70 के दशक की फिल्मों को याद किया जाता है तो सबकी जुबान पर राजेश खन्ना का नाम आता है. 70 के दशक में राजेश खन्ना क इतनी फिल्में आईं थीं कि फैंस उनके दीवाने हो गए थे. राजेश खन्ना हमेशा अपनी प्रोफेशनल लाइफ के साथ पर्सनल लाइफ को भी लेकर सुर्खियों में रहे थे. उनकी पर्सनल लाइफ भी कम मुश्किलों से भरी नहीं थी. राजेश खन्ना ने साल 2012 में इस दुनिया को अलविदा कहकर चले गए थे. उन्होंने अपनी मौत से एक महीने पहले वसीयत लिखी थी. जिससे उन्होंने अपनी पत्नी डिंपल कपाड़िया को बाहर रखा था.


राजेश खन्ना ने अपनी वसीयत में बंगला आशीर्वाद दोनों बेटियों ट्विंकल और रिंकी के नाम किया था. एक्टर ने जहां डिंपल कपाड़िया को वसीयत से बाहर रखा था वहीं उनकी लिव इन पार्टनर अनीता आडवाणी ने संपत्ति पर अधिकार का दावा किया था. इतना ही नहीं उन्होंने राजेश खन्ना के परिवार को एक कानूनी नोटिस भी भेजा था.


राजेश खन्ना की संपत्ति में मांगा था हिस्सा
अनीता आडवाणी ने राजेश खन्ना की मौत से एक दिन पहले परिवार को कानूनी नोटिस भेजा था. उन्होंने खुद को सरोगेट पत्नी कहा था. उन्होंने कहा था- 'मैंने उनकी देखभाल की, आशीर्वाद को संभाला, इतना ही नहीं उनके लिए करवाचौथ का व्रत भी रखा.' अनीता के दावों के बाद राजेश खन्ना के परिवार ने उनसे एक्टर के अंतिम दिनों के दौरान दूरी बना ली थी और अंतिम संस्कार से बाहर रखा था.


राजेश खन्ना का सपना नहीं हुआ पूरा
ईटाइम्स को दिए इंटरव्यू में अनीता ने बताया था कि उन्होंने राजेश खन्ना की देखभाल और सहयोग करने के लिए मुआवजे की मांग की थी. मैं उनके अकेलेपन के दौरान उनके साथ थी. उन्होंने बताया था कि राजेश खन्ना का सपना था कि उनके बंगले आशीर्वाद को एक संग्रहालय नें बदल दिया जाए. मैंने इस बारे में बात भी की थी लेकिन उनके निधन के बाद इस बात को नजरअंदाज कर दिया गया.