Rajesh Khanna Stardom: बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार का खिताब आज भी राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) के पास है. असल में राजेश खन्ना ने अपने दौर में एक के बाद एक दर्जन भर से ज्यादा हिट फ़िल्में दी थीं, आलम ये था कि राजेश खन्ना को अपनी फिल्मों में लेने के लिए प्रोड्यूसरों और डायरेक्टरों की लंबी-लंबी लाइन लगा करती थीं. एक किस्सा तो यूं भी है कि राजेश खन्ना की तबियत एक बार खराब हुई तो उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा था. ऐसे में जिस अस्पताल में काका भर्ती थे वहीं कई प्रोड्यूसरों और डायरेक्टरों ने अपने-अपने कमरे तक बुक करवा लिए थे ताकि वे अपनी-अपनी फिल्मों में एक्टर को कास्ट कर सकें.
हालांकि, राजेश खन्ना का यह दौर 70 का दशक आते तक जाता रहा और अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) एक नए स्टार के तौर पर उभरकर सामने आए. राजेश खन्ना का दौर जहां रोमांटिक हीरो का था वहीं, अमिताभ बच्चन ‘एंग्री यंग मैन’ के किरदार में लोगों की पसंद बन चुके थे. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 70 के दशक के मध्य तक राजेश खन्ना को फिल्मों में काम मिलना काफी कम हो चुका था. कुल मिलाकर यह राजेश खन्ना के स्टारडम के ख़त्म होने और उनके बुरे दौर की शुरुआत थी.
कहते हैं राजेश खन्ना इसके लिए तैयार नहीं थे और जब उनका यह बुरा दौर शुरू हुआ तब वे डिप्रेशन के चलते शराब और सिगरेट की गिरफ्त में चले गए.कहते हैं कि राजेश खन्ना की लाइफ में एक वक्त ऐसा भी आया था जब उन्होंने खुद को पूरे 14 महीने के लिए अपने को घर में कैद कर लिया था. इस दौरान राजेश खन्ना किसी से नहीं मिलते थे और इसका असर उनकी शादीशुदा लाइफ पर भी पड़ा था और डिंपल कपाड़िया (Dimple Kapadia) दोनों बेटियों के साथ उनका घर छोड़कर चली गयी थीं.
बहरहाल, ख़बरों की मानें तो इस दौरान भी राजेश खन्ना अपने बच्चों की चिंता करते थे और जब भी डिंपल उनसे मिलने पहुंचतीं तब वे उनसे ये ज़रूर पूछते थे कि बच्चे कैसे हैं ? आपको बता दें कि साल 2012 में राजेश खन्ना का कैंसर के चलते निधन हो गया था.