लॉस एंजेलिस: ऑस्कर 2018 में सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फिल्म के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि 'न्यूटन' दौड़ से बाहर हो गई है. ऑस्कर की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, एकेडमी ऑफ मोशन पिक्च र आर्ट्स एंड साइंसेज ने गुरुवार को घोषणा की कि 90वें अकादमी पुरस्कारों के लिए विदेशी भाषा फिल्म श्रेणी में 9 फीचर फिल्में प्रतियोगिता के अगले दौर में शामिल होंगी.


द एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आटर्स एंड साइंसेज (एएमपीएएएस) ने घोषणा की कि अमित मसुर्कर के निर्देशन वाली गंभीर कॉमेडी फिल्म उन नौ फिल्मों का हिस्सा नहीं है जिन्होंने अगले चरण की वोटिंग में जगह बनाई है.


ये नौ फिल्में हैं : ‘‘ए फैंटेस्टिक वुमैन’’ (चिली), ‘‘इन द फेड’’ (जर्मनी), ‘‘ऑन बॉडी एंड सोल’’ (हंगरी), ‘‘फॉक्सट्रोट’’ (इस्राइल), ‘‘द इनसल्ट’’ (लेबनान), ‘‘लवलेस’’ (रूस), ‘‘फेलिसाइट’’ (सेनेगल), ‘‘द वूंड’’ (दक्षिण अफ्रीका) और ‘‘द स्क्वेयर’’ (स्वीडन).


राजकुमार राव और पंकज त्रिपाठी की मुख्य भूमिकाओं वाली हिंदी भाषी इस फिल्म में छत्तीसगढ़ में व्यवस्था के झोल को दिखाया गया है.


ऑस्कर अवाडर्स के लिए नामांकनों की घोषणा 23 जनवरी को की जाएगी.


अभी तक किसी भी भारतीय फिल्म ने ऑस्कर नहीं जीता है. सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्म की श्रेणी में अंतिम पांच तक पहुंचने वाली आखिरी भारतीय फिल्म वर्ष 2011 में आशुतोष गोवारिकर की ‘‘लगान’’ थी. ‘‘मदर इंडिया’’ (1958) और ‘‘सलाम बॉम्बे’’ (1989) ने भी शीर्ष पांच फिल्मों में जगह बनाई थी.


ऑस्कर अवाडर्स का आयोजन चार मार्च को लॉस एंजिलिस में किया जाएगा.