(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
टेलर की नौकरी करने वाले एक्टर जब 20 साल के थे तो पत्नी नहीं रहीं, जब सुकून ढूंढने निकले तो बदल गई जिंदगी, आज कमाते हैं करोड़ों
आज बॉलीवुड का जाना-माना नाम ये एक्टर कभी आर्मी जॉइन करना चाहते थे. बच्ची को जन्म देने के बाद पत्नी का निधन हो गया. जानिए इस बिंदास एक्टर की जिंदगी के बारे में, जिनकी लाइफ जर्नी मुश्किलों भरी रही.
Rajpal Yadav Life Journey: राजपाल यादव बॉलीवुड के उन गिने-चुने एक्टर्स में गिना जाता है, जो वर्सटाइल होने के हर एक मानक को पूरा करते हैं. उन्होंने हर तरह के रोल किए हैं. भले उनकी छवि एक उम्दा कॉमेडियन की हो लेकिन अगर उनकी जर्नी पर नजर डालें तो उन्होंने नेगेटिव और गंभीर रोल्स को भी उतनी ही संजीदगी से निभाया है.
लेकिन राजपाल यादव आज जिस मुकाम पर हैं, वहां तक पहुंचने की उनकी जर्नी काफी उतार-चढ़ाव वाली रही है. उन्होंने लल्लनटॉप को दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि उनकी शुरुआती जिंदगी में उन्हें किन मुश्किलों का सामना करना पड़ा था.
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होना चाहते थे आर्मी में शामिल, लेकिन मिली थी टेलर की नौकरी
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले से आने वाले राजपाल यादव ने बताया था कि जब वो 20 साल के रहे होंगे, तो उन्हें टेलर की नौकरी मिली थी. नौकरी मिलने के बाद पूरा परिवार बहुत खुश था. हालांकि, वो इंडियन आर्मी में जाना चाहते थे, लेकिन उनके कद की वजह से वो सपना पूरा नहीं हुआ. लेकिन जब उनकी टेलर की जॉब लग गई तो घर वाले उनकी शादी को लेकर चिंता करने लगे.
उन्होंने बताया था, ''उन दिनों अगर आप 20 साल की उम्र के हो गए हैं और आपके पास एक जॉब भी है. तो लोग शादी के बारे में बात करने लगते थे. मेरे पिता ने मेरी शादी फिक्स कर दी और शादी भी हो गई.''
वो दिन जब वो अपनी पत्नी से मिलने वाले थे लेकिन अचानक..
राजपाल यादव ने बताया कि वो अगले दिन अपनी पत्नी से मिलने वाले थे, लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था. उनकी पहली पत्नी ने एक बच्ची को जन्म दिया और दुनिया छोड़कर चली गईं. जब राजपाल यादव वहां पहुंचे तो वो सिर्फ उन्हें कंधा दे पाए.
सुकून की तलाश में बदल गई राजपाल यादव की जिंदगी
राजपाल यादव ने सुकून की तलाश में थिएटर जॉइन कर लिया. उन्होंने लखनऊ के बीएनए और दिल्ली के एनएसडी से थिएटर सीखने के बाद, साल 1999 में फिल्म इंडस्ट्री में 'शूल' से एंट्री ली. रोल छोटा था इसलिए लोगों का ध्यान उनपर गया नहीं. लेकिन साल 2000 में रामगोपाल वर्मा की फिल्म 'जंगल' से उनकी जिंदगी बदल गई. इसके बाद उनकी झोली में एक के बाद एक बड़ी फिल्में आने लगीं.
साल 2003 में आई 'हंगामा' से उन्हें कॉमेडी की दुनिया का बादशाह मान लिया गया. प्रियदर्शन की इस फिल्म में कई स्टार्स और मंझे हुए कलाकारों के होने के बावजूद वो अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रहे.
200 से ज्यादा फिल्मों का हिस्सा रह चुके हैं राजपाल यादव
राजपाल यादव ने 200 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है. भूल भुलैया, ढोल, भागमभाग और चुप-चुपके जैसी फिल्में आप आज भी बैठकर देखेंगे तो हंस-हंसकर लोटपोट हो जाएंगे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजपाल यादव हर फिल्म के 2 से 3 करोड़ रुपये चार्ज करते हैं.
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