Kapil Sharma से पहले भी आया था कॉमेडी का ये बादशाह, 'फूफा-जीजा' के सहारे बांधता था समां
Raju Srivastav Death Anniversary: इस कॉमेडी किंग का अपना अंदाज था. इनका एक-एक कैरेक्टर आम आदमी के बीच से निकलकर आया था. यही वजह रही कि इनकी पॉपुलैरिटी के चर्चे आज भी हैं.
Raju Srivastav Death Anniversary: कानपुर वाले गजोधर भइया जब-जब स्टेज में आते उनके 'फूफा' और 'चाचा' वाले अदृश्य कैरेक्टर्स भी साथ में आते और लोगों का हंसाते. गजोधर भइया ने मिडिल क्लास फैमिली की शादियों का जैसा सजीव चित्रण किया वैसा कभी कोई नहीं कर पाया.
आज 21 सितंबर है और आज के ही दिन दुनिया को हंसाने वाले गजोधर भइया यानी राजू श्रीवास्तव साल 2022 में दुनिया को अलविदा कह गए. राजू श्रीवास्तव उन गिने-चुने कॉमेडियन्स में थे जिन्होंने स्टैंडअप कॉमेडी को फिर से जिंदा करने में जान लगा दी.
राजू श्रीवास्तव के जीजा, फूफा और चाचा वाले मजेदार कैरेक्टर
फेमस कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव जब भी कैमरे के सामने आए लोगों का हंस-हंस के पेट फूल गया. न सिर्फ टीवी बल्कि फिल्मों में भी राजू ने कमाल का काम किया. शाहरुख की बाजीगर से लेकर 'बॉम्बे टू गोवा (2007)' जैसी फिल्मों में उनकी कॉमेडी लोगों को पसंद आई.
राजू के जोक्स में उनका साथ देने के लिए खुशहाल जीजा और नाराज फूफा-चाचा जरूर रहते थे. जो घर के किसी प्रोग्राम में या शादी जैसे समारोह में मुंह फुलाते थे. जीजा-साली की हंसी ठिठोली से लेकर खाने को लेकर नाराज फूफा तक को राजू ने अपने जोक्स में इस तरह से जिंदा कर दिया कि आज भी आप अगर उनकी वो पुरानी क्लिप्स देखेंगे तो खुद को किसी शादी में शामिल हुआ इमैजिन करेंगे.
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कुछ बड़ा करने की तमन्ना ने पहुंचाया मायानगरी
राजू श्रीवास्तव का जन्म 25 दिसंबर 1963 को यूपी के कानपुर में हुआ था. इनका ओरिजनल नाम सत्य प्रकाश था लेकिन घर वाले प्यार से राजू कहते थे जो बाद में उनका स्टेज नेम भी बन गया. राजू एक मिडिल क्लास फैमिली से थे लेकिन बचपन से ही आर्टिस्ट बनने की इच्छा उन्हें मायानगर ले आई.
राजू स्कूल के दिनों से ही मिमिक्री करते थे. अमिताभ बच्चन की मिमिक्री उनसे बेहतरीन शायद ही कोई कर पाया हो. राजू जब मुंबई पहुंचे तो उन्हें छोटी-मोटी भूमिकाएं मिलीं, लेकिन उन्होंने उन्हें बहुत शिद्दत से निभाया. साथ ही 'शक्तिमान' जैसे कई टीवी सीरियल में भी दिखे.
जब बदली राजू श्रीवास्तव की किस्मत
राजू श्रीवास्तव ने मैंने प्यार किया, बाजीगर, आमदनी अठन्नी खर्चा रुपैया और बॉम्बे टू गोवा जैसी कई फिल्मों में कॉमेडी करते हुए दिखे. हालांकि, सालों की मेहनत करने के बावजूद राजू को वो फेम नहीं मिल पाया जो उन्हें मिलना चाहिए था. लेकिन ये कमी भी साल 2005 में 'द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज' जैसे स्टैंडअप कॉमेडी शो से पूरी हो गई.
इस शो में सुनील पॉल विनर रहे और राजू दूसरे नंबर पर, लेकिन फिर भी उनकी कॉमेडी की गाड़ी तेजी से दौड़ने लगी. राजू की खास बात थी कि उनकी कॉमेडी में आम आदमी ही लीड होता था. यही वजह रही कि उनकी पहचान लोगों में तेजी से बढ़ी.
सिर्फ कॉमेडी ही नहीं राजनीति में भी आजमाया हाथ
राजू श्रीवास्तव 'बिग बॉस' का भी हिस्सा रहे. इसके अलावा, वो कपिल शर्मा के शो से लेकर 'कॉमेडी सर्कस' और 'कॉमेडी का महाकुंभ' जैसे शोज में भी दिखे. इसके अलावा राजू ने 2014 में समाजवादी पार्टी से लोकसभा के लिए टिकट भी लिया. हालांकि, उसे कुछ दिन बाद लौटाकर वो बीजेपी से जुड़ गए.
राजू चुनाव तो नहीं लड़े लेकिन स्वच्छ भारत मिशन के ब्रांड एंबेसडर जरूर बने और साल 2019 में उन्हें यूपी फिल्म विकास परिषद का चेयरमैन भी बनाया गया. लेकिन 2 साल पहले 10 अगस्त को ट्रेडमिल में दौड़ते वक्त उन्हें हार्ट अटैक आया और उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया. एंजियोप्लास्टी हुई लेकिन वो ठीक नहीं हो पाए. और करीब डेढ़ महीने बाद उनका निधन हो गया. आज वो हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनकी कॉमेडी हमेशा के लिए लोगों के दिलों पर घर कर गई है.
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