37 सालों बाद मंदाकिनी ने Breastfeeding Scene पर तोड़ी चुप्पी, बताया-आखिर क्यों फिल्माया ऐसा सीन?
Mandakini On Breastfeeding Scene: 1985 में रिलीज हुई राज कपूर (Raj kapoor) की फिल्म राम तेरी गंगा मैली (Ram Teri Ganga Maili) काफी विवादो में रही थी. हालांकि इस फिल्म को पसंद भी खूब किया गया था.
Mandakini On Breastfeeding Scene In Ram Teri Ganga Maili: 1985 में रिलीज हुई राज कपूर (Raj kapoor) की फिल्म राम तेरी गंगा मैली (Ram Teri Ganga Maili) काफी विवादो में रही थी. कुछ लोग इसे क्लासिक फिल्म मानते हैं तो कुछ इसे अश्लील बताते हैं. फिल्म में मंदाकिनी के कई ऐसे सीन्स थे जिसकी काफी आलोचना हुई थी. झरने के नीचे सफेद रंग की भीनी साड़ी में मंदाकिनी का नहाना लोगों को रास नहीं आया तो वहीं उनका स्तनपान कराना भी आलोचना में रहा. अब 37 सालों बाद मंदाकिनी ने इस पर अपनी चुप्पी तोड़ी है और बताया है कि उस सीन के पीछे की क्या वजह थी.
असली नहीं था वो सीन
हिंदुस्तान टाइम्स को दिए गए एक इंटरव्यू के दौरान जब मंदाकिनी से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सबसे पहले आप लोगों को मैं क्लीयर कर दूं कि वो सिर्फ एक स्तनपान सीन नहीं था बल्कि उसे शूट इस तरह से किया गया था कि वो ऐसा लग सके, वो फिल्म की डिमांड पर फिल्माया गया था.
कामुकता ही नजर आती है आज कल की फिल्मों में
मंदाकिनी ने बताया कि मैं अगर समझाऊं कि वह सीन कैसे शूट हुआ तो उसमें काफी वक्त लगेगा. आप स्क्रीन पर जो क्लीवेज देख रहे हैं, वो टेक्निकल भी होता है, लेकिन आज जिस तरह से फिल्मों में स्किन शो होता है, उस मुकाबले में तो वो सीन कुछ भी नहीं था. सच कहूं तो वो सीन बहुत ही शुद्धता के साथ शूट किया गया था, लेकिन आजकल की फिल्मों में तो सिर्फ कामुकता ही नजर आती है.
हर कोई करना चाहता था गंगा का किरदार
इसके अलावा मंदाकिनी से ये सवाल भी पूछा गया कि पद्मिनी कोल्हापुरी ने एक बार कहा था कि राम तेरी गंगा मैली के लिए उन्होंने 45 दिन शूटिंग की थी, लेकिन मंदाकिनी के कारण वह फिल्म उनके हाथ से चली गई. इस पर मंदाकिनी ने कहा कि उन्होंने कहा कि राज कपूर राम तेरी गंगा मैली में गंगा की भूमिका के लिए केवल फ्रेश चेहरा चाहते थे. मुझे पद्मिनी कोल्हापुरी वाली बात की जानकारी नहीं है. मैं केवल इतना जानती हूं कि हर कोई उस भूमिका को निभाना चाहता था, लेकिन राज कपूर मुझे चाहते थे क्योंकि मैं एक फ्रेश फेस थी.
राज कपूर को थी नए चेहरे की तलाश
राज कपूर इस फिल्म के जरिए अपने बेटे राजीव को लॉन्च करने वाले थे, इसलिए उनके अपोजिट उन्हें नए चेहरे की ही तलाश थी और मंदाकिनी सौभाग्यशाली थीं कि उनकी खोज उन पर आकर खत्म हुई. गौरतलब है मंदाकिनी को आखिरी बार 1996 में फिल्म जोरदार में देखा गया था, फिल्म का प्रदर्शन कुछ खास नहीं था. इसके बाद मंदाकिनी ने फिल्म इंडस्ट्री छोड़ दी. हाल ही में पूरे 26 साल बाद मंदाकिनी ने अपने बेटे राबिल ठाकुर के साथ वीडियो 'मां ओ मां' में काम किया. वीडियो रिलीज हो चुका है.