दिग्गज डायरेक्टर्स में से एक संजय लीला भंसाली के साथ काम करने की इच्छा ज्यादातर बॉलीवुड कलाकारों को होती है. संजय फिल्मों के ऐसे जौहरी हैं जिन्होंने बॉलीवुड को कई नगीने दिए. सौभाग्य से रनबीर कूपर की पहली फिल्म 'सांवरिया' संजय लीला भंसाली ने ही निर्देशित की थी. रनबीर इसके लिए हमेशा संजय लीला भंसाली के शुक्रगुजार रहेंगे. उन्होंने अपने इंटरव्यू में इस बात का जिक्र किया है कि वह खुशकिस्मत हैं कि उन्होंने अपनी पहली फिल्म में दिग्गज निर्देशक के साथ काम किया है.
रनबीर कपूर ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 2007 में आई फिल्म 'सांवरिया' से की है. हालांकि, इस फिल्म ने दर्शकों पर कुछ खास प्रभाव नहीं छोड़ा मगर निर्देशन की बारीकियों ने इस फिल्म को शानदार आर्ट फिल्म की कैटेगरी में खड़ा कर दिया है.
संजय अपनी फिल्मों में कलाकारों से खूब मेहनत करवाते हैं और फिल्म 'सांवरिया' में रनबीर कपूर ने भी उनके साथ खूब मेहनत की है. एक-एक सीन को पर्फेक्ट बनाने के लिए उन्होंने कई टेक लिए. एक इंटरव्यू में रनबीर ने जिक्र किया था फिल्म के मशहूर गाने 'जब से तेरे नैना' के मशहूर टॉवल वाले सीन के लिए उन्होंने 70 टेक दिए थे.
उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा, ''मैंने संजय लीला भंसाली के साथ काम किया और वह किसी सीन को 45 टेक पूरे किए बिना नहीं फाइनल करते हैं. मुझे याद है मैंने कई सीन्स के लिए 50 टेक से ज्यादा टेक दिए हैं. जब से तेरे नैना वाले टॉवल डांस को शूट करने के दौरान मुझे कुर्सी पर गिरना था, और सीन्स के दौरान मुझे इस तरह से टॉवल को गिराना था कि मेरी टांगे दिखाई दें. इस सीन को पूरी तरह पर्फेक्ट निभाने के लिए मैंने 45 या 50 टेक दिए. मगर अगले दिन जैसे ही मैं सेट पर आया तो संजय ने कहा कि मैंने सही टेक नहीं दिया है. इसके बाद मैंने इस सीन के लिए 70 टेक दिए थे.''