Randhir Kapoor On Karisma- Kareena: दिग्गज अभिनेता रणधीर कपूर और बबीता की दोनों बेटियां करिश्मा कपूर और करीना कपूर बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस रही हैं. रणधीर कपूर को अपनी बेटियों पर आज नाज है. हालांकि एक वक्त वो भी था जब दिग्गज अभिनेता ने करिश्मा और करीना के एक्ट्रेस बनने की ख्वाहिश को सपोर्ट नहीं किया था. रणधीर ने खुद एक इंटरव्यू में इस बात को कबूल किया था साथ ही उन्होंने बेटियों की सक्सेस का सारा क्रेटिड उनकी मां और पूर्व अभिनेत्री बबीता को दिया था.
रणधीर कपूर ने बेटियों की सक्सेस का क्रेडिट बबीता को दिया
दरअसल कुछ साल पहले रेडियो चैनल 92.5 से बातचीत में रणधीर कपूर ने कहा था, ''मुझे अपनी दोनों बेटियों पर बहुत गर्व है. उन्होंने इसे अपनी लकीर पर बनाया था. हां, उनके पीछे ड्राइविंग फोर्स बबीता थीं. मैं पूरा क्रेडिट उनकी मां को देता हूं लेकिन उन्होंने बहुत कड़ी मेहनत की है.”
बेटियों पर है रणधीर कपूर को गर्व
रणधीर कपूर ने कहा था, बबीता ने करिश्मा और करीना को उनके एक्टिंग करियर में गाइड किया लेकिन न्होंने ज्यादा सपोर्ट नहीं दिया था. रणधीर ने कहा, 'जब वे बहुत छोटी थी तो मैंने कभी नहीं सोचा थी कि वे इतनी बड़ी कलाकार बनेंगीं. मैंने उनसे वही कहा था जो मेरे पिता (राज कपूर) ने मुझसे कहा था कि तुम्हें यह करना है तो जरूर करो, अगर यह बुरा पेशा होता तो हम खुद इसमें नहीं होते.'
अगर हम यह काम कर रहे हैं तो हम आपको यह न करने के लिए कैसे कह सकते हैं? लेकिन अगर आप ये कर रहे हैं तो इसमें बेस्ट बनें. मुझे ये कहते हुए बहुत गर्व हो रहा है कि मेरी दोनों बेटियों ने बिना मेरे सपोप्ट के इतनी बड़ी सफलता हासिल करने के लिए बहुत मेहनत की है.''
रणधीर कपूर ने खुद को थोड़ा "बावला" कहा था
रणधीर ने खुद को थोड़ा "बावला" (पागल) बताते हुए ये भी कहा था वह सबसे अच्छे पिता नहीं रहे हैं. वह काम को बहुत सीरियसली नहीं लेते थे. अभी भी ऑफर मिलने के बावजूद, उन्होंने जो कमाया है वे उससे संतुष्ट हैं और उन्हें इस उम्र में भागदौड़ करने की ज़रूरत महसूस नहीं होती है.
उन्होंने कहा, ''इस तरह से मैं बहुत बुरा पिता रहा हूं लेकिन फिर भी मैं पागल हूं, हर कोई जानता है कि मैं थोड़ा पागल हूं. मैं बहुत मेहनत नहीं करना चाहता, मैं बहुत सारी फिल्मों में काम नहीं करना चाहता, ऑफर अभी भी आते हैं, मैं उन्हें एक्सेप्ट नहीं करता. मैंने अपनी लाइफ में जो कमाया है, अब मेरे बच्चे मुझसे कहीं ज्यादा कमाते हैं, इसलिए मैं संतुष्ट हूं, हमारे पास खाना, कपड़ा और घर है, हमारे पास सब कुछ है, तो मुझे और क्या चाहिए. मैं सुबह से रात तक इसी में क्यों भागूं? आयु?"