रंगोली चंदेल ने बयां की खुद पर हुए एसिड हमले की दास्तान, कहा- कंगना को इतना मारा गया कि वो मरते मरते बची
रंगोली चंंदेल ने अपने ट्वीट में इस बात को लेकर चिंता चताई कि भारत में एसिड अटैक की पीड़िताओं की संख्या बढ़ी है. उन्होंने कहा कि अपराधी कुछ ही हफ्तों में बेल पर बाहर आ जाते हैं.
नई दिल्ली: बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत की बड़ी बहन रंगोली चंंदेल ने ट्विटर पर खुद पर हुए एसिड अटैक के वाकये को बयान किया है. उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट के ज़रिए उस बुरे दौर की दास्तान सुनाई है, जब उनपर एक लीटर एसिड डाल दिया गया था. रंगोली ने ये भी बताया कि एसिड अटैक के बाद से अब तक उनकी 54 सर्जरी हो चुकी है, फिर भी सब कुछ ठीक नहीं हो पाया है.
रंगोली हाल के दिनों में कंगना रनौत की ढाल के तौर पर खड़ी रही हैं. जब भी कंगना किसी विवाद में घिरती हैं, रंगोली सोशल मीडिया के ज़रिए अपनी बहन के लिए खड़ी दिखाई देती हैं. अब उन्होंने अपनी कहानी बताई है कि कैसे किसी लड़के की दरिंदगी से भरी सोच की वो शिकार हुईं.
रंगोली ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक अक्टूबर को एक थ्रोबैक तस्वीर शेयर की, जिसमें वो कंगना और अपनी मां के साथ नज़र आ रही हैं. ये तस्वीर उनके बचपन की है. इस तस्वीर को ट्विटर पर लोगों ने काफी पसंद किया. कुछ यूजर्स ने रंगोली से उनके कॉलेज के दिनों की तस्वीर दिखाने की गुज़ारिश की.
यूजर्स की गुज़ारिश पर रंगोली ने अपनी दो तस्वीरें शेयर की और साथ में लिखा, "हमारी बचपन की तस्वीर पर शानदार प्रतिक्रिया मिली. कई दोस्तों मुझसे मेरे कॉलेज के दिनों की तस्वीर दिखाने को कहा. हा हा हा. हम साइंस स्टूडेंट्स थे, हमारे पास इन सब चीज़ों के लिए वक्त नहीं था. फिर भी एनुएल डे की एक तस्वीर मिल गई है."
रंगोली ने अपनी तस्वीर शेयर करने के बाद एक और ट्वीट किया और बताया, "इस तस्वीर के खिंचवाने के कुछ देर बाद ही, जिस शख्स का प्रपोज़ल मैंने मंज़ूर नहीं किया था, उसने मुझपर एक लीटर एसिड डाल दिया था. मुझे 54 सर्जरी से गुज़रना पड़ा. मेरी छोटी बहन को इतना पीटा गया कि वो मौत के मुंह में चली गई. ये सब क्यों हुआ?"
अपने अगले ट्वीट में रंगोली ने कहा, "क्योंकि हमारे माता पिता ने ऐसी खूबसूरत, समझदार और आत्मविश्वास से भरी बेटियों को जन्म दिया था इसलिए. दुनिया बच्चियों के लिए दयालु नहीं है. ये वक्त हर तरह के सामाजिक बुराईयों से लड़ने का है. ताकि हमारे बच्चों के लिए ये सुरक्षित बन सके."
रंगोली ने अपनी एक हालिया तस्वीर भी शेयर की. उन्होंने साथ में लिखा, "कई लोग इस बात के लिए बुरा महसूस करते हैं कि मैंने अपनी खूबसूरती खो दी है. सच कहूं तो जब आपके अंग आपके आंखों के सामने पिघलते हैं, तो खूबसूरती ही वो चीज़ है, जिसकी परवाह आप करते हैं. बीते पांच सालों में 54 सर्जरी कराने के बावजूद डॉक्टर मेरे कान को ठीक नहीं कर पाए हैं."
अगले ट्वीट में रंगोली ने बताया, "मैंने अपना एक आंख खो दिया, रेटिना ट्रांसप्लांट कराया. डॉक्टरों ने मेरे शरीर के कई हिस्सों से स्किन लेकर मेरे एक ब्रेस्ट को ठीक करने की कोशिश की, जो कि बुरी तरह से प्रभावित हुआ था. प्रीथू को ब्रेस्ट फीड कराते वक्त मुझे कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा."
रंगोली ने अपने अगले ट्वीट में इस बात को लेकर चिंता चताई कि भारत में एसिड अटैक की पीड़िताओं की संख्या बढ़ी है. उन्होंने कहा कि अपराधी कुछ ही हफ्तों में बेल पर बाहर आ जाते हैं. उसे बाहर आज़ाद घूमता देख बहुत दुख होता है. अपने ट्वीट में उन्होंने ये भी कहा कि ऐसे लोगों को मौत की सज़ा क्यों नहीं होती. रंगोली ने कहा कि मैं 90 फीसदी तक चल चुकी हूं. अभी भी एसिड सर्वाइवर्स के लिए कोई आरक्षण नहीं है.