मुंबई: दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह की शादी इटली में लेक कोमो के खूबसूरत विला में हुई. इस शादी ने खूब सुर्खियां बटोरी, लेकिन अब शादी के 4 दिनों के बाद इससे एक विवाद भी जुड़ता नज़र आ रहा है. दरअसल ये विवाद गुरु ग्रंथ साहिब को गुरुद्वारे से बाहर ले जाने को लेकर हुआ है. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के मुताबिक इटली के एक सिख ऑर्गनाइज़ेशन ने आरोप लगाया है कि दीपिका-रणवीर की शादी के दौरान आनंद कारज की रस्म में सिख धर्म के नियमों का उल्लंघन हुआ है.


सिख संगठन के प्रेज़िडेंट का कहना है कि अकाल तख्त, गुरू ग्रंथ साहिब को गुरुद्वारे के अलावा किसी और जगह ले जाने को सख्ती से मना करता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक गुरु ग्रंथ साहिब को ब्रेसिया के एक गुरुद्वारे से 150 किलोमीटर दूर लेक कोमो के किनारे बने विला देल बलबियानेलो लाया गया और फिर वहां आनंद कारज की रस्म को अदा किया गया था.


इस मामले को ज़रूरी कार्रवाई के लिए इटली के सिख संगठन के प्रेज़िडेंट ने अकाल तख्त जत्थेदार के सामने भी उठाया है. अकाल तख्त के एक्टिंग जत्थेदार जियानी हरप्रीत ने द ट्रिब्यून से कहा कि 5 पांच हाई प्रीस्ट इस मामले को देखेंगे जब उनके पास शिकायत पहुंचेगी.


आपको बता दें कि दीपिका और रणवीर ने 14 नवंबर को कोंकणी रीति रिवाज से शादी की थी और बाद में 15 नवंबर को दोनों ने सिंधी रीति रिवाज के साथ शादी की रस्मों की निभाया था. शादी के बाद दोनों सितारे मुंबई लौट आए हैं और दीपिका अपने पति रणवीर सिंह के घर पर ही रह रही हैं. दोनों सितारे 21 नवंबर को बेंगलुरु और 28 नवंबर को मुंबई में रिसेप्शन का आयोजन भी करने वाले हैं.