नई दिल्ली: रणवीर सिंह इन दिनों अपनी फिल्म 'पद्मावत' में खिलजी के रोल के लिए काफी तारीफें बटोर रहे हैं. इस रोल के लिए रणवीर ने शरीर के साथ-साथ भाषा और व्यवहार में भी बदलाव के लिए काफी मेहनत की थी. ये तो सभी जानते हैं कि फिल्म की शूटिंग के बाद इस किरदार से बाहर निकलने के लिए रणवीर को मनोचिकित्सक की सलाह लेनी पड़ी थी. कड़ी मेहनत के बाद भी फिल्म की शूटिंग रणवीर के लिए इतनी आसान नहीं थी.


हाल ही में फिल्म की रिलीज के बाद रणवीर ने मीडिया से इस फिल्म की शूटिंग के बारे में बात करते हुए कई सारे दिलचस्प किस्से फैंस के साथ साझा किए. इस फिल्म के बारे में बात करते हुए रणवीर ने बताया है कि वो खिलजी जैसे क्रूर किरदार को निभाने के कतई मूड में नहीं थे. इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में रणवीर ने बताया है कि वो इस रोल को शुरू में नहीं निभाना चाहते थे. इसके साथ ही जब उन्होंने इस रोल के बारे में अपने परिवार और करीबियों तो बताया तो सभी ने उनसे इस रोल को करने के लिए मना किया क्योंकि सभी का मानना था कि इस रोल से रणवीर की फिल्मों में एक निगेटिव इमेज बन जाएगी जिसे फैंस अपने दिल में बसा लेंगे और रणवीर से नफरत करने लगेंगे.



रणवीर का मानना है कि हमारे देश के ऑडियंस काफी भावुक हैं लेकिन वो कुछ हटके करना चाहते थे. इसके चलते उन्होंने ये रिस्क लिया और खिलजी की भूमिका को पर्दे पर उकेरने के लिए हामी भर दी. रणवीर ने बताया है कि जौहर सीन के वक्त रणवीर उल्टियां करने वाले थे. इसके साथ ही 'खलबली' गाने के दौरान उनकी टांगे बेजान सी हो गई थीं. 'खलबली' गाने के में बात करते हुए रणवीर ने कहा, ''मेरी टांगे बिलकुल बेजान हो गईं थीं. मुझे ऐसा लगा कि मेरी टांगे जैली बन चुकी हैं. वहीं, विरोध के चलते मुझे 30-30 दिन तक बिना एक दिन का ब्रेक लिए शूटिंग करनी पड़ी. दरअसल, मेरे सीक्वेंस सबसे बाद में शूट हुए थे.''



इसके साथ ही फिल्म के सबसे लोकप्रिय सीन जौहर की शूटिंग के बारे में बात करते हुए रणवीर ने बताया कि इस सीन को 45 डिग्री में शूट किया गया था. मई के महीने में फिल्म सिटी में 45 डिग्री टेम्परेचर में शूटिंग और इसके साथ ही अपने शरीर पर 12 किलो का लेदर कॉस्ट्यूम पहने हुए थे. इस सीन के लिए इतना ही काफी नहीं था. रणवीर ने बताया कि सीन में गर्मी और लेदर कॉस्ट्यूम के साथ-साथ उन्हें लगातार दौड़ते रहना था.


डायरेक्टर ने जब कट बोला तो रणवीर आंखों के आगे धुंधलापन छा गया. वापस होश में आने के लिए रणवीर को पानी दिया गया. ऐसे में रणवीर ने अपनी हिम्मत बढ़ाने के लिए वॉमिट का इस्तेमाल किया. इसके साथ ही खिलजी के रोल के लिए रणवीर ने अपनी आवाज पर भी काफी मेहनत की है. इसके बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया कि मैं डेढ़ साल से अपनी खराब आवाज से जूझ रहा था और हर दिन अपनी वास्तविक आवाज खो देता था.



रणवीर ने बताया कि फिल्म देखने के उनके एक फिल्मों से जुड़े करीबी दोस्त ने मैसेज किया जिसमें लिखा था, बॉलीवुड में तीन ही विलेन याद किए जाएंगे: गब्बर, मोगेंबो और खि‍लजी. तब कहीं जाकर रणवीर को लगा कि उनकी मेहनत रंग लाई. इस किरदार के साथ इंसाफ करने के लिए रणवीर ने शूटिंग से पहले कड़ी मेहनत की थी. खिलजी के रोल की तैयारियों के बारे में बात करते हुए रणवीर ने बताया कि इस रोल के लिए खुद को तैयार करने के लिए वो अंधेरी कोठरियों में रहे थे ताकि पूरी तरह से रोल को पर्दे पर बखूबी निभा सकें.