Ranveer Singh News: क्या बिना इंश्योरेंस वाली 3.9 करोड़ की गाड़ी चला रहे थे रणवीर सिंह? Proof के साथ सामने आई सच्चाई
Ranveer Singh Aston Martin Insurance Proof: हाल ही में एक ट्विटर यूजर ने दावा किया कि रणवीर सिंह बिना इंश्योरेंस वाली कार चला रहे हैं. वहीं अब इस पर सबूत सामने आए हैं कि उनकी गाड़ी का इंश्योरेंस है.
Ranveer Singh Car Insurance Proof: रणवीर सिंह (Ranveer Singh) बॉलीवुड के एक ऐसे अभिनेता हैं जो अपने स्टाइल और फैशन सेंस को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं. अभिनेता एक बार फिर से चर्चाओं में हैं, लेकिन इस बार वजह कुछ और ही है. एक ट्विटर यूजर ने अभिनेता पर आरोप लगाया कि वो जो गाड़ी चला रहे थे उसा गाड़ी का इंश्योरेंस एक्सपायर हो चुका है, जिसके बाद अभिनेता विवादों में आ गए. हालांकि अब एक ऐसा सबूत सामने आया है, जिससे मालूम होता है कि रणवीर पर लगा ये आरोप बेबुनियाद है.
क्या है पूरा मामला?
हाल ही में रणवीर सिंह मुंबई एयरपोर्ट पर अपनी एस्टन मार्टिन कार चलाते हुए स्पॉट हुए. इस गाड़ी की कीमत करीब 3.9 करोड़ है. इसके बाद एक ट्विटर यूजर ने ये दावा किया कि अभिनेता के पास इस गाड़ी का इंश्योरेंस नहीं है. यूजर ने लिखा, “मुंबई पुलिस प्लीज रणवीर सिंह के खिलाफ सख्त कारवाई कीजिए. इन्होंने कल इंश्योरेंस फेल हो चुकी गाड़ी चलाई.” यूजर के इस ट्वीट का मुंबई पुलिस ने भी जवाब दिया और लिखा, “हमने इस बारे में ट्रैफिक ब्रांच को सूचना दे दी है.”
झूठा है दावा
यूजर के इस दावे के बाद सोशल मीडिया पर रणवीर सिंह को ट्रोल किया जाने लगा. वहीं अब रणवीर सिंह के चाहने वालों की तरफ से मीडिया में एस्टन मार्टिन कार की वैध बीमा होने के सबूत पेश किए गए हैं, जिससे जाहिर होता है कि ट्विटर यूजर द्वारा किया दावा झूठा है.
सूत्रों ने कहा, “कल, एक ट्वीटर यूजर ने रणवीर सिंह पर अपनी 3.9 करोड़ की एस्टन मार्टिन की इंश्योरेंस पॉलिसी एक्सपायर होने के साथ चलाने का आरोप लगाया. रणवीर सिंह हाल ही में जब मुंबई एयरपोर्ट पर उतरे तो उन्होंने अपनी एस्टन मार्टिन की सवारी की, जो पहले से वहां पर थी. और एक यूजर ने दावा किया उनके पास इस गाड़ी की वैध इंश्योरेंस पॉलिसी नहीं है. फैक्ट चेक करने पर हमने इस बात को कंफर्म कर रहे हैं कि रणवीर के पास उस गाड़ी के वैध बीमा पॉलिसी है, जिसका ये स्क्रिनशॉट है.”
आगे इस बारे में कहा गया, “सोशल मीडिया के इस युग में ऐसा लगता है कि लोग फेक न्यूज को बनाने में ज्यादा रुचि रखते हैं और मुख्यधारा की मीडिया द्वारा ऐसी जानकारी उठाए जाने से पहले पर्याप्त फैक्ट की जांच नहीं की जा रही है.”
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