मुंबई: बंगाली लोकगीत कलाकार रतन कहार आजकल काफी सूर्खियों में हैं और इसकी वजह बॉलीवुड के मशहूर रैपर बादशाह का एक हालिया गाना है, जिसमें रतन द्वारा निर्मित मशहूर बंगाली लोकगीत 'बोड़ोलोकेर बिटी लो' की पंक्ति का इस्तेमाल किया गया है. साल 1972 से लेकर अब तक यह बंगाली भाषा का एक चर्चित गाना रहा है, लेकिन रतन को इससे पहले इतनी पहचान कभी नहीं मिली.


बादशाह ने कुछ ही दिनों पहले अपने एक गाने 'गेंदा फूल' को रिलीज किया, लेकिन गाने के जारी होते ही इसके वास्तविक निर्माता को इसका श्रेय न देने के चलते बादशाह पर चोरी का आरोप लगा और उन्हें सोशल मीडिया पर खूब आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा. इतना सब कुछ होने के बाद रैपर ने बुधवार को अपना एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि उन्होंने कहार तक पहुंचने की खूब कोशिश की है, लेकिन देशभर में लॉकडाउन के चलते बात नहीं बन पाई है.


इधर दिग्गज लोकगीत कलाकार कहार अपने परिवार संग पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के सिउरी में गरीबी में गुजर बसर कर रहे हैं. बढ़ती उम्र के चलते आजकल उनकी तबीयत भी ठीक नहीं रहती, लेकिन उनकी कला की मांग अब भी इतनी ज्यादा है कि दुगार्पुर जैसे दूरदराज के इलाकों से लोग उन्हें प्रस्तुति देने के लिए बुलाते हैं. वह मंच पर नौजवान की तरह नाचते हुए गाकर सबका दिल जीत लेते हैं.



बादशाह ने अपने गाने 'गेंदा फूल' में उनकी रचनात्मकता का उपयोग किया और अब वह उन्हें इसकी स्वीकृति देने के लिए उनसे मिलना चाहते हैं, इस खबर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए 80 वर्षीय रतन ने खुशी-खुशी कहा, "काफी अच्छा लग रहा है कि उनके जैसे एक मशहूर कलाकार ने मेरे गाने का इस्तेमाल किया और मेरी मदद करने की इच्छा व्यक्त की. मैंने उनका वीडियो देखा है और मुझे यह काफी पसंद आया."


थोड़ा रूककर उन्होंने आगे कहा, "उम्मीद करता हूं कि बादशाह मेरी मदद करेंगे. मुझे उनसे थोड़ी आर्थिक मदद की उम्मीद है. मैं गरीबी में अपनी जिंदगी जी रहा हूं, उनसे मदद पाकर मुझे बहुत खुशी मिलेगी."


वह आगे कहते हैं, "मैं चाहता हूं कि बादशाह मुझसे मिलें और बात करें. मेरे गीत का इस्तेमाल करने के लिए मैं पहले उन्हें धन्यवाद दूंगा. अगर उनके पास समय हुआ तो मैं उनके साथ संगीत के बारे में चर्चा करना भी पसंद करूंगा."