रत्ना ने कहा, ‘‘मैं उन फिल्मों का हिस्सा बनकर अपने आप को खुशनसीब समझती हूं जिनमें मेरी उम्र की महिलाओं के लिए भूमिकाएं लिखी जाती हैं. यह सौभाग्य की बात है कि पिछले कुछ वर्षों में पटकथा की गुणवत्ता में प्रभावशाली सुधार आया है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब ज्यादा खुलेपन और ज्यादा आजादी के साथ अलग-अलग मुद्दों को तलाशा जाता है. लोग जोखिम ले रहे हैं और मैं उस समय वहां थी. यह मेरे लिए अच्छा है.’’ रत्ना नेटफ्लिक्स की मूल सीरीज ‘‘सेलेक्शन डे’’ में एक एकेडमी की जिद्दी प्रधानाध्यापिका की भूमिका निभा रही हैं. उन्होंने कहा कि वह ऐसी और सीरीज का हिस्सा बनना चाहती हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं जिद्दी, धौंस जमाने वाली हूं और मैं वह हूं जो मैं हूं लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि मैं कुछ और नहीं हो सकती. मैं और कई चीजें कर सकती हूं. एक कलाकार यही चाहता है.’’ उन्होंने अपने काम का श्रेय अपने पति नसीरुद्दीन शाह को भी दिया जिन्होंने कभी उन्हें पैसों के लिए काम करने के वास्ते मजबूर नहीं किया.
‘‘सेलेक्शन डे’’ अरविंद अडिग के इसी नाम से लिखे उपन्यास पर आधारित है. इसमें राजेश तैलंग, मोहम्मद समद, यश धोले, करणवीर मल्होत्रा, शिव पंडित और महेश मांजरेकर भी हैं. यह सीरीज 28 दिसंबर से नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध होगी.