आमिर खान के साथ दगंल में नजर आने वाली एक्ट्रेस जायरा वसीम के बॉलीवुड छोड़ने के एलान के बाद इस मुद्दे पर अनेक लोग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. कुछ जायरा के फैसले को सही तो कुछ इसे उनका निजी फैसला बता रहे हैं. इसी कड़ी में अब बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता रजा मुराद ने उनके इस फैसले पर एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में अपना रिएक्शन दिया है. रजा मुराद का मानना है कि ये जायरा का निजी फैसला है उन्हें अपने फैसले लेने की पूरी आजादी है.


रजा मुराद ने कहा, "इसलाम धर्म महिलाओं के काम करने के खिलाफ नहीं है. यमन और साऊदी अरब जैसे इस्लामिक देशों में महिलाएं टीवी एंकर होती हैं... फिल्मों में महिलाएं होती हैं. अगर महिलाओं का टीवी या फिल्मों में करना गैर वाजिब होता तो इसकी हूकूमत ने इजाजत कभी नहीं दी होती. यहां महिलाएं बुर्का पहनकर भी नहीं आती. कहा जाता है कि आपको बुर्का पहनना चाहिए. लेकिन जब महिलाएं फिल्मों में काम करती है तो वहां तो कोई भी बुर्का पहन कर नहीं आती. अगर वो बच्ची ये बात कह रही है कि हमारे धर्म में काम करना इस्लाम के खिलाफ है तो ये बात सही नहीं है. बाकि ये उनका निजी मामला है. बॉलीवुड ने कभी किसी को रोका नहीं है. वो आजाद हैं, अगर वो फिल्मों में काम नहीं करना चाहती हैं तो कोई उन्हें फोर्स नहीं कर सकता और फोर्स करना भी नहीं चाहिए."





बता दें कि जायरा वसीम ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट लिखकर इंडस्ट्री छोड़ने की घोषणा की है. उन्होंने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा कि वह अपने काम से खुश नहीं हैं क्योंकि यह उनकी आस्था और धर्म के रास्ते में आ रहा है. 'दंगल' फिल्म में अपने दमदार अभिनय से लोकप्रिय हुई जायरा ने सोशल मीडिया पर विस्तार से लिखे एक पोस्ट में कहा कि उन्हें महसूस हुआ कि “भले ही मैं यहां पूरी तरह से फिट हो जाऊं, लेकिन मैं इस जगह के लिए नहीं बनी हूं.”


यहा देखिए एबीपी न्यूज़ से रजा मुराद की खास बातचीत: