Reema Lagoo Birth Anniversary: रीमा लागू ने सिनेमा की 'मां' को दिया एक नया रूप, हर किरदार में दिखी मॉर्डन मां की झलक
Reema Lagoo Birth Anniversary: रीमा लागू ने अपने करियर में मां की जो मूरत पर्दे पर उकेरी है, उसे मिटाना नामुमकिन है. उन्होंने मां के किरदार में हर वो रंग दिखाया था, जैसा कि उनको होना चाहिए था.
Reema Lagoo Birth Anniversary: अगर सिनेमा की दुनिया में मां के किरदारों की बात आएगी तो रीमा लागू का नाम जरूर लिया जाएगा. रीमा लागू का चेहरा एकदम मां की मूरत जैसा लगता था. मां कैसे हंसती है, कैसे रोती है, कैसे गुस्सा करती है और कैसे एक जवान लड़की की सहेली बन जाती है, बड़े पर्दे पर रीमा लागू ने यह सब दिखा दिया था.
90's में जब अभिनेत्रियां मां का किरदार निभाने से पीछे हटती थीं, उस दौर में उन्होंने पर्दे पर मां की परिभाषा बदल कर रख दी. रीमा लागू ने बता दिया था कि मां केवल सूती साड़ी में रोना ही नहीं जानती, बल्कि सजना-संवरना और हंसना भी जानती है. कल उनकी बर्थ एनिवर्सरी है. चलिए इस खास मौके पर अभिनेत्री से जुड़ी कुछ खास बातें जानते हैं.
साइड रोल में मां के किरदार में फूंकी जान
रीमा लागू ने पर्दे पर सलमान खान, माधुरी दीक्षित, जूही चावला और काजोल की मां का किरदार निभाया है. सलमान खान की मां के किरदार में तो रीमा लागू ऐसे जंचती थीं कि जैसे सच में वह सलमान की ही मां हैं. उस दौर में जब फिल्मों में हीरो-हिरोइन अहम किरदारों में होते थे और लोग उनको देखने के लिए ही जाते थे, उस वक्त पर रीमा लागू ने साइड रोल में जान फूंकी थी. दर्शक भी मां के किरदार में उनको ही देखना पसंद करते थे.
करियर में कीं इतनी फिल्में
रीमा लागू की एक्टिंग इतनी असली और दिल छू जाने वाली इसलिए लगती थी, क्योंकि उन्होंने करियर की शुरुआत थिएटर से की थी. इसके अलावा अभिनेत्री ने छोटे पर्दे पर टीवी शो तू-तू मैं-मैं भी किया था, जो कि बहुत मशहूर हुआ था. रीमा लागू ने अपने करियर में 95 से ज्यादा फिल्मों में काम किया था. इसके अलावा उन्होंने श्रीमान श्रीमती जैसा टीवी शो भी किया. फिल्मों में उनकी एक्टिंग बेहद दिलचस्प होती थी.
पर्दे पर रोने वाली मां को दी थी चुनौती
रीमा ने उस दौर की मां को भी चुनौती दी थी जो सिर्फ पर्दे पर रोती रहती थीं. रीमा ने अपने किरदार के जरिए बताया था कि मां होने के मतलब यह नहीं है कि वह सिर्फ हल्के रंग की साड़ी पहनकर रोती रहे और केवल अपने बच्चों के बारे में सोचे.
बल्कि मां तो वो भी है जो खुलकर हंसे, खुश रहे, सजे-संवरे और अपने बारे में भी सोचे. रीमा ने मां के किरदार में हमेशा कलरफुल कपड़े पहने और मॉडर्न हेयरस्टाइल बनाई. उन्होंने उस मां को पर्दे पर जीवित किया जो गाना गाती है, डांस करती है और अपनी बेटियों की सहेली बनती है.
जिंदगी के आखिरी वक्त तक की शूटिंग
रीमा लागू ऐसी अभिनेत्री थीं जिन्होंने जिंदगी के आखरी दिनों तक शूटिंग की थी. उस वक्त वह नामांकरण टीवी शो का हिस्सा थीं. 17 मई 2017 की बात है जब अभिनेत्री इस शो की शूटिंग करके घर लौटीं थीं. इसके बाद उनको सीने में तेज दर्द की शिकायत हुई. दर्द जब ज्यादा बढ़ा तो अभिनेत्री को मुंबई के कोकिलाबेन धीरुभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां उन्होंने आधी रात को दम तोड़ दिया.
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