एक पगड़ी ने पठान को स्टार बनाया, शराब की लत ने मौत के मुंह तक पहुंचाया...ऐसी है रहमान खान की कहानी
Rehman Khan Birthday: एक ऐसा एक्टर जिसकी रौबीली आवाज़ के लोग कायल थे, मौत से पहले अपनी आवाज़ ही खो दी. जाने क्या है रहमान ख़ान की कहानी.
Rehman Khan Story : एक शख्स जिसने अपनी आवाज़ के दम से सबके दिलों में जगह बनाई, खूब नाम कमाया फिर देखते ही देखते नशे की लत में ऐसा डूबा कि मौत को ही गले लगा लिया. ये कहानी है 70 के दशक के जानेमाने अभिनेत रहमान खान की. जिन्होंने पायलट बनने से अपने सफर की शुरुआत की, लेकिन अदाकारी ने इन्हें बॉलीवुड का 'साहेब' बना दिया.आज
पाकिस्तान में हुआ रहमान का जन्म
रहमान खान का जन्म 23 जून सन् 1921 में पाकिस्तान के लाहौर में एक पठान परिवार में हुआ. कहा जाता है कि एक्टर के पुरखे अफगानिस्तान से ताल्लुक रखते थे. धीरे-धीरे रहमान ख़ान का परिवार जबलपुर शिफ्ट हो गया और आगे की पढ़ाई के लिए उन्होंने रॉबिनसन कॉलेज ज्वाइन किया. उस ज़माने में रहमान इतने पढ़े लिखे थे कि पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने इंडियन एयर फोर्स में नौकरी ज्वाइन कर ली और पायलट बन गए.लेकिन पायलट बने रहने में शायद न तो एक्टर की दिलचस्पी थी और ना ही उनकी किस्मत में लिखा था. इसलिए 1944 में उन्होंने पायलट की नौकरी छोड़ दी.
कैसे मिला पहले रोल...
नौकरी छोड़ने के बाद रहमान खान प्रभात स्टूडियों में बतौर थर्ड असिस्टेंट डायरेक्टर काम करने लगे. उस ज़माने में ये विक्रम बेड़े के असिस्टेंट हुआ करते थे.तभी इन्हें डीडी कश्यप की फिल्म 'चांद' में एक छोटा से रोल करने मौका मिला. डीडी कश्यप ने कहा कि फिल्म में छोटा सा रोल है एक पठान की जरूरत है जो गाने के बाद एक लाइन बोलेगा पठान की तरह सिर पर पश्तूनी पगड़ी बांधेगा, ऐसा करो और छा जाओ. डीडी कश्यप के कहने पर रहमान खान ने ये रोल किया और वाकई छा गए.इस एक लाइन को बोलने के लिए एक्टर ने करीब 50 रीटेक लिए थे. इसके बाद तो मानो रहमान खान की किस्तम की खुल गई. उन्होंने साहेब बीवी और गुलाम, वक्त, चौदवी का चांद, हम एक हैं... जैसे कई बहतरीन फिल्मों में काम किया.
आवाज़ से बनाई अलग पहचान...
उस ज़माने में रहमान एक्टिंग के मामले में तो अपनी छाप छोड़ ही चुके थे, लेकिन उनकी रौबीली आवाज़ ने मानों लोगों के दिलों में अपनी खास पहचान बना ली. दमदार आवाज़ में इनके डायलॉग देखते ही बनते थे.बड़े से बड़े अभिनेता के सामने भी रहमान बेखौफ एक्टिंग किया करते थे और डायलॉग बोला करते थे. आवाज की वजह से ही रहमान को ऐसे किरदार दिए जाते थे जो रौबले लगते थे.
नशे की लत ने खत्म कर दी आवाज़
कहा जाता है कि रहमान खान शराब पीने की इतने आदी हो गए थे कि इन्हें गले का कैंसर हो गया जिसके बाद इनकी रौबीली आवाज़ ने दम तोड़ दिया. इस दौरान एक्टर को 3 बार हार्ट अटैक भी आया. फिर लंबी बीमारी से जूझने के बाद सन् 1984 में इन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया.