(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
पाक में मीका सिंह के परफॉर्म करने पर हुआ था विवाद, ऋचा चड्ढा बोलीं- कलाकार प्यार और अमन की बात करते हैं
पाकिस्तान ने भारतीय फिल्मों और भारतीय कलाकारों के परफॉर्म करने पर बैन लगा दिया है. इस सबके बीच, मीका सिंह ने 8 अगस्त को पाकिस्तान के कराची शहर में पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ के करीबी समझे जानेवाले एक अरबपति की बेटी की शादी में परफॉर्म किया. इस खबर के आते ही मीका सिंह की खूब आलोचना हो रही है और अब पाकिस्तान में भी ये एक बड़ा मुद्दा बन गया है.
मुंबई : जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 में बदलाव के बाद पाकिस्तान ने भारतीय फिल्मों और भारतीय कलाकारों के परफॉर्म करने पर बैन लगा दिया है. इस सबके बीच, मीका सिंह ने 8 अगस्त को पाकिस्तान के कराची शहर में पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ के करीबी समझे जानेवाले एक अरबपति की बेटी की शादी में परफॉर्म किया. इस खबर के आते ही मीका सिंह की खूब आलोचना हो रही है और अब पाकिस्तान में भी ये एक बड़ा मुद्दा बन गया है.
ऐसे में अपनी आनेवाली फिल्म 'सेक्शन 375' के ट्रेलर लॉन्च के मौके पर ऋचा चड्ढा से जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो ऋचा ने कहा, "देखिए मेरा अलग नजरिया है. मुझे लगता है कि कलाकार जो होते हैं, प्यार की बात करते हैं, अमन की बात करते हैं. हमारी एक साझा संस्कृति है. यहां भी पंजाबी हैं, वहां भी पंजाबी हैं. बुल्लेशाह को यहां भी गाते हैं, उस तरफ भी गाते हैं. मुझे लगता है कि कलाकारों को इसलिए बैन करते हैं क्योंकि कलाकार दोस्ती करवा सकते हैं दोस्त!"
ऋचा ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, "संघर्ष खत्म करने के लिए हमें दूसरे तरफ के लोगों को इंसान के नजरिए से देखना होगा. संघर्ष का सबसे पहला शिकार कला और मानवता होती है. मुझे लगता है कि नागरिक आपस में अमन और शांति चाहते हैं. असामाजिक तत्व, आतंकवादी, बुरा सोचनेवाले लोग ही हमेशा ऐसे केऑस को क्रिएट करते हैं. तो इसपर मेरा कोई कोई स्टैंड नहीं है. मुझे लगता है कि फिलहाल हालात कुछ ऐसे हैं. हवा का रुख बदलेगा, तो हालात भी बदल जाएंगे."
ऋचा ने इस मसले पर अंत में कहा, "मुझे हमेशा ऐसा लगता है कि आर्टिस्ट दिल से गाना गाते हैं, हम फिल्में बनाते हैं, कविताएं लिखते हैं. हम कहां किसी से दंगे-फसाद की बात करते हैं? हम सिर्फ प्यार की बात करते हैं."
महाराष्ट्र के सांगली और कोल्हापुर में आई भीषण बाढ़ के बावजूद बॉलीवुड के सितारों की तरफ से अब तक मदद का कोई ऐलान नहीं किया गया है. ऐसे में बॉलीवुड की आलोचना हो रही है. एबीपी न्यूज़ ने जब इस संबंध में ऋचा से सवाल किया तो ऋचा ने कहा, "देखिए, जब तक मैंग्रोव्स कटेंगे, ग्लोबल वार्मिंग होगी तो कहीं पर सूखा पड़ेगा, कहीं पर बाढ़ आएगी. नीतियों में दूरगामी बदलाव ही एक चीज है, जिससे ये सारी आपदाएं आना बंद होंगी"
ऋचा ने आगे कहा, "बॉलीवुड की जिम्मेदारी है कि वह ऐसे मौके पर आगे आए. बॉलीवुड से ज्यादा जिम्मेदारी शायद उन लोगों की है जिनको हम वोट देते हैं, फिर टैक्स भी देते हैं. तो मुझे लगता है कि हम बॉलीवुड को इतना बड़ा रोल मॉडल न बनाएं क्योंकि हम भगवान नहीं हैं! मतलब हैं बेचारे ऐक्टर हैं, जो आपके सामने आकर आपके सवालों का जवाब देते हैं."
ऋचा ने जाते-जाते कहा, "हम नहीं चाहते हैं कि बाढ़ आए, मगर क्या करें? अब आ रही है बाढ़, हर जगह आ रही है. पिछले साल केरल में आई तो इस साल महारष्ट्र, केरल, कनार्टक सब जगह आ रही है बाढ़. पॉलिसी चेंज की जरूरत है. कहीं 12 बिलिटन बर्फ पिघलेगी तो पूरी दुनिया में समुद्र का स्तर बढ़ेगा. क्लामेट चेंज (जलवायु में परिवर्तन) एक हकीकत है, ये हमें समझना होगा."
कश्मीर में अनुच्छेद 370 में बदलाव के संबंध में पूछे गये सवाल पर ऋचा ने कहा कि उन्हें अभी बारे में ज्यादा नहीं पता है और इस फैसले के दूरगामी असर का अध्ययन करने के बाद ही वो इस बारे में कुछ बोल पाएंगी.