बॉलीवुड एक्ट्रेस ऋचा चड्ढा और फिल्म डायरेक्टर अशोक पंडित के बीच ट्विटर पर लड़ाई छिड़ी हुई है. यह सब तब शुरू हुआ जब फिल्म निर्माता विवेक रंजन अग्निहोत्री ने दावा किया कि डमी छात्रों को जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए भेजा जा रहा है. अग्निहोत्री ने सवाल किया था कि 3000 छात्र तीन हजार थे और प्रदर्शनकारी 30,000 थे. 27,000 डमी छात्रों की आपूर्ति किसने की?


भारतीय फिल्म और टेलीविजन निर्देशक एसोसिएशन की अध्यक्ष अशोक पंडित ने ऋचा चड्ढा और दूसरे बॉलीवुड स्टार्स पर आरोप लगाया है कि उन्होंने रविवार को नागरिकता कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शन में फर्जी छात्रों को भेजा था, जिसपर ऋचा चड्ढा ने पलटवार करते हुए करारा जवाब दिया है.


अशोक पंडित को ऋचा ने जवाब दिया, "सर आप बहुत अजीब आदमी हैं, आप एक पार्टी में मेरे पास आए, मैंने वादा किया था कि आपकी बकवास का प्यार से रिप्लाई करूंगी, आप हंस दिए थे. अब आप आरोप लगा रहे हैं, फिर आपने मुझे अपनी बेटी की शादी में इनवाइट किया. आप ठीक तो हैं, आप ऑनलाइन इस तरह का व्यवहार क्यों करते हैं, क्या इसके लिए आपको कोई पैसे दे रहा है ?"






इसके बाद ऋचा पर पलटवार करते हुए अशोक पंडित ने कहा, "मैं बिलकुल ठीक हूं, हम दोनों को अपने विचार रखने का आधिकार है, मैं आपका अनादर नहीं करना चाहता हूं. मुझे नहीं बल्कि कम्युनिस्ट और अर्बन नक्सल लोगों को देश में अशांति फैलाने के लिए पैसे दिए जा रहे हैं."


इस बहस के बीच ऋचा चड्ढा ने फिर एक बार जवाब देते हुए कहा,  "हमारे विचार अलग हो सकते हैं, और मैं इसका स्वागत करती हूं. आप जो भी इंसानियत के काम करते हैं मुझे लगा कि आपके अंदर कुछ इंसानियत बची है, लेकिन फिर मैंने आपके सोशल मीडिया पर बर्ताव को देखा, जहां आप उन लोगों को गालियां देते हैं जो आपसे सहमत नहीं हैं."


इसके अलावा एक्ट्रेस ऋचा चड्ढा ने ये भी कहा कि, मेरे जैसी आरफा, राना जैसी महिलाओं को गालियां दी जाती हैं. जब मैंने आपसे कहा कि आप अपनी गालियों के लिए माफी मांगों तो आपको 12 दिन लग गए. आखिर किस नैतिकता के आधार पर आप अपने से आधी उम्र की लड़कियों को गाली देते हैं.






ऋचा ने लिखा कि, आपके इस रुख की वजह आप अपने कई दोस्त को खो चुके हैं. क्योंकि वो टीवी पर बहस और ट्विटर पर गाली गलौच करने वाले इस शख्स को नहीं पहचाना चाहते. क्या आपकी नफरत दिखावे के लिए है या ये आपकी काबीलियत है.


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