देश में इन दिनों सीएए और एनआरसी को लेकर बहस छिड़ी हुई है. इस बहस में बॉलीवुड सेलेब्स भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं. ऐसे में अब इसे लेकर एक्ट्रेस ऋचा चड्ढा का रिएक्शन सामने आया है. ऋचा चड्ढा का कहना है कि देश की प्राथमिकताएं कुछ और हैं, लेकिन आज देश को CAA जैसी बातों में उलझा दिया गया है.


ऋचा ने कहा कि आज देश की प्राथमिकता दिनों-दिन गिरती अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी, खतरनाक रफ़्तार से बढ़ रहा प्रदूषण जैसे गंभीर मुद्दे होने चाहिए, लेकिन इसकी बजाय आज नागरिकता कानून की बात हो रही है, जो बिल्कुल गैर-जरूरी है.


इसके अलावा उन्होंने दिल्ली के शाहीन बाग में हो रहे प्रशर्न को लेकर भी अपनी राय रखी. ऋचा ने कहा, ''शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे लोगों के बारे में कहा जा रहा है कि लोग 500-500 रुपये लेकर प्रदशर्नों में हिस्सा ले रहे हैं. लेकिन मुझे यह फिजूल की बातें लगती हैं.''




इतना ही नहीं उन्होंने सवाल भी पूछा कि आज की इकोनॉमी की हालत को देखकर ये कहना हास्यास्पद होगा कि ये खरीदे हुए प्रदर्शनकारी हैं? उन्होंने पूछा कि किसके पास इतने पैसे हैं कि वे लोगों को ख़रीदकर इस तरह के प्रदर्शन करवा सके?. आपको बता दें कि शाहीन बाग में बीते डेढ़ महीने से प्रदर्शन चल रहा है. इस प्रदर्शन में महिलाएं और बच्चे भी हिस्सा ले रहे हैं. दिल्ली में हो रहे इस प्रदर्शन को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है.


ऋचा चड्ढा ने अदनान सामी को पद्मश्री दिये जाने पर अपनी राय प्रकट करते हुए कहा कि उन्हें अदनान को पद्मश्री दिये जाने पर एतराज नहीं है, बल्कि उन्हें इस बात की खुशी है. लेकिन साथ ही उन्होंने यह सवाल उठाया कि जो सिंगर/तमाम लोग अदनान सामी जैसे पाकिस्तानी गायक को भारत में गायिका मौका दिये जाने पर लगातार विरोध करते थे, वो आज चुप क्यों हैं और ये लोग पद्म दिये जाने का विरोध क्यों नहीं करते?