नई दिल्ली: फिल्मों में नायक से लेकर खलनायक तक हर तरह के किरदार निभा चुके ऋषि कपूर का अपना 65वां जन्मदिन मना रहे हैं. बड़े पर्दे पर ऋषि कपूर की चॉकलेट ब्वॉय वाली छवि को खूब पसंद किया गया और साथ ही इनके इश्क के चर्चे भी खूब रहे. डेब्यू फिल्म की हीरोइन से ही ऋषि कपूर को ऐसा प्यार हुआ कि हर तरफ उसकी सुर्खियां बनीं.  आज उनके बर्थडे के खास मौके पर हम आपको बता रहे हैं उनके ज़िंदगी और करियर से जुड़ी कुछ खास बातें


'चिंटू' के नाम से भी जानते हैं लोग


बॉलीवुड के शोमैन यानी राज कपूर के बेटे और निर्माता-निर्देशक व अभिनेता पृथ्वीराज कपूर के पोते हैं. रोमांटिक किरदारों के साथ लोगों के बीच उनकी चॉकलेटी छवि खूब सराही गई. ऋषि कपूर का जन्म 4 सितंबर, 1952 को मुंबई के चेम्बूर में हुआ. उनकी मां का नाम कृष्णा राज कपूर है. उनके घर का नाम चिंटू हैं. रणधीर कपूर और राजीव कपूर नाम के उनके दो भाई हैं. रणधीर कपूर और राजीव कपूर दोनों ही बॉलीवुड अभिनेता हैं. ऋषि कपूर ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई अपने भाइयों के साथ कैम्पियन स्कूल, मुंबई और उसके बाद आगे की पढ़ाई मेयो कॉलेज अजमेर से पूरी की. वह कपूर खानदान की तीसरी पीढ़ी हैं.


पांच साल डेटिंग के बाद नीतू से रचाई शादी


ऋषि कपूर की शादी बॉलीवुड अभिनेत्री नीतू कपूर से हुई है. उन्होंने उनका साथ 12 फिल्मों में अभिनय किया है. ऋषि कपूर और नीतू ने शादी से पहले एक-दूसरे को पांच साल तक डेट किया, उसके बाद वे शादी के बंधन में बंध गए.



उनके दो बच्चे हैं- रणबीर कपूर और रिधिमा कपूर. रणबीर कपूर अपने पिता ऋषि कपूर की तरह बॉलीवुड के चॉकलेटी हीरो हैं. ऋषि कपूर की बेटी रिद्धिमा की शादी बिजनेसमैन भारत साहनी से हुई है. बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्रियां करीना कपूर और करिश्मा कपूर ऋषि कपूर की भतीजी हैं.


उन्होंने साल 1970 के दशक में 'मेरा नाम जोकर' के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी. इसमें वह अपने पिता के बचपन के किरदार में नजर आए थे, जो किशोर अवस्था में टीचर से प्यार करने लगता है.


डिंपल कपाड़िया से प्यार का इजहार नहीं कर पाए


ऋषि कपूर ने बॉलीवुड में बतौर एक्टर 1973 में फिल्म बॉबी से किया था. इस फिल्म में उनके अपोजिट डिंपल कपाड़िया थीं. फिल्म से उनके और डिंपल के प्रेम के किस्से सुखियों में थे. लेकिन प्यार परवान चढ़ने से पहले ही दोनों के रास्ते अलग हो गए.



ऋषि कपूर ने अपने करियर में 1973-2000 तक 92 फिल्मों में रोमांटिक हीरो का किरदार निभाया है. उन्होंने बतौर अभिनेता 51 फिल्मों में अभिनय किया है. चॉकलेटी हीरो के रूप में उन्होंने अपनी खास पहचान बनाई और बॉलीवुड कई रोमांटिक हिट फिल्में दीं.


निर्देशन में भी आजमाया हाथ


अभिनय की दुनिया में तहलका मचाने के बाद, ऋषि ने निर्देशन में भी हाथ आजमाया. उन्होंने 1998 में अक्षय खन्ना और ऐश्वर्या राय बच्चन अभिनीत फिल्म 'आ अब लौट चले' निर्देशित की.


ऋषि कपूर ने अपने करियर की शुरुआत से हमेशा ही रोमांटिक किरदार को निभाया था, लेकिन फिल्म 'अग्निपथ' में उनकी खलनायक के किरदार को देख सभी हतप्रभ रह गए. फिल्म 'अग्निपथ' के लिए उन्हें आईफा बेस्ट नेगेटिव रोल के अवार्ड से भी नवाजा गया.



उन्होंने 'राजा', 'डॉन्ट स्टॉप ड्रीमिंग' 'नमस्ते लंदन', 'लव के चक्कर में', 'फना','प्यार में ट्विस्ट', 'हम तुम', 'तहजीब', 'कुछ तो है', 'ये है जलवा', 'कुछ खट्टी कुछ मीठी', 'राजू चाचा', 'कारोबार', 'जय हिन्द', 'कौन सच्चा कौन झूठा', 'प्रेम ग्रंथ', 'दरार', 'इज्जत की रोटी', 'घर घर की कहानी', 'दोस्ती दुश्मनी', 'राही बदल गए', 'तवायफ' जैसी फिल्मों में काम किया.


वह एक ऐसे परिवार से ताल्लुक रखते हैं, जिसने 100 सालों में बॉलीवुड को 85 वर्ष का योगदान दिया है. ऋषि कपूर ने अपने फिल्मी करियर में दर्जनों फिल्में की हैं. इस दौरान उन्होंने कई अवार्ड भी अपने नाम किए.



उन्हें 'बॉबी' के लिए 1974 में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार और साथ ही 2008 में फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार सहित अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है. उन्होंने उनकी पहली फिल्म 'मेरा नाम जोकर में' शानदार भूमिका के लिए 1971 में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त किया.


वर्ष 2008 में ऋषि कपूर को फिल्म फेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी नवाजा गया.


ऋषि कपूर का फिल्मी सफर सभी के लिए यादगार है, उन्होंने अपने अभिनय और गजब की पर्सनेलिटी से दर्शकों के बीच खास पहचान बनाई और आज भी फिल्मों में वह बढ़चढ़ कर भाग ले रहे हैं.


65 साल की उम्र में भी ऋषि कपूर अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लेते हैं. पिछले दिनों ऋषि कपूर फिल्म '102 Not Out' और मुल्क में नज़र आए थे. इन फिल्मों में उनके किरदार को काफी पसंद किया गया था. जल्द ही ऋषि कपूर फिल्म 'राजमा चावल' में दिखाई देने वाले हैं. (IANS Input)