बॉलीवुड एक्टर ऋषि कपूर अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके साथ उनकी कुछ ख्वाहिशें भी अधूरी रह गई. ऋषि कपूर ने करीब दो साल पहले ऋषि कपूर ने एबीपी न्यूज से खास बात की थी और अपनी कुछ ख्वाहिशों का जिक्र किया था. इस दौरान ऋषि कपूर ने अपने दो ऐसी तमन्नाओं के बारे में बताया था जो वो अपने जीते-जी पूरा होते देखना चाहते थे. लेकिन उनके यूं अचानक चले जाने की वजह से ऋषि कपूर की गोनों ही ख्वाहिशें अधूरी रह गई.


पहली ख्वाहिश


ऋषि कपूर की पहली ख्वाहिश थी कि वो अपने परिवार के साथ अपनी पुश्तैनी हवेली दिखाना चाहते थे. ऋषि कपूर ने कहा था कि दोनों देशों को अपनी दुश्मनी भुला देनी चाहिए और एक हो जाना चाहिए. इसके अलावा ऋषि ने ये भी कहा कि उन्हें अक्सर इस बात पर हैरानी हुआ करती थी कि उनके दादा और परदादा बहुत आम आदमी थे. लेकिन उन्होंने हवेली कैसे बना ली. इस बात पर उन्हें हैरानी हुआ करती थी. साथ ही वो ये भी चाहते थे कि उनका बेटा रणबीर भी उनकी उस पुश्तैनी जगह को देखे जहां से उनकी जड़ें जुड़ी हैं. ऋषि ने कहा था, 'मैं चाहूंगा कि कभी रणबीर कपूर अपने बच्चों के साथ वहां जाएं. वो ये जानें की हमारी जड़ें कहां हैं. ''


दूसरी ख्वाहिश


वहीं, ऋषि कपूर की दूसरी अधूरी ख्वाहिश की बात करें तो वो उनके बेटे रणबीर कपूर से जुड़ी थी. ऋषि कपूर और रणबीर कपूर का रिश्ता बेहद अलग था, ये आपस में लड़ते भी थे और हर मुश्किल में साथ खड़े भी नजर आते थे. ऋषि कपूर अपनी मौत से पहले अपने बेटे का घर बसते देखना चाहते थे. ऋषि कपूर ने अपने इंटरव्यू में कहा था, ''मैं भी चाहता हूं कि रणबीर अब घर बसा ले. मैं भी चाहता हूं कि उसके बच्चे हों और वो अपना घर बसा ले.''