मुम्बई: जाने-माने रेडियो जॉकी, टीवी होस्ट और अभिनय की दुनिया में अपनी पहचान बनाने की कोशिश में जुटे प्रीतम सिंह ने नागपुर में एक शिवसेना कार्यकर्ता द्वारा उनके फूड ज्वाइंट में घुसकर गुंडागर्दी करते हुए उनपर हमला कर उन्हें घायल करने और उनके मां-बाप के साथ गाली-गलौच करने का इल्जाम लगाया है. प्रीतम ने अपनी दुकान पर पत्थरों से हमलों का भी आरोप लगाया है और आगे भी दुकान को निशाना बनाये जाने की आशंका जताई है.


प्रीतम ने नागपुर से एबीपी न्यूज़ से फोन पर बातचीत करते हुए बताया कि यह घटना 26 दिसंबर शाम 7.30-8.00 बजे के बीच कपिल नगर इलाके की है, जहां पर उन्होंने हाल ही में एक फूड ज्वाइंट खोला है.




जान को खतरा



इस हमले के सिलसिले में विस्तार से एबीपी न्यूज़ से फोन पर बातचीत करते हुए प्रीतम सिंह ने कहा, 'नागपुर के कपिल नगर इलाके में हाल ही में मैंने रिटायर्ड पापा के लिए एक फूड ज्वायंट खोला है. करण तुली नामक शिवसैनिक ने मेरी नयी दुकान पर आकर मुझे लात-घूंसों से पीटा और मुझे लोहे की रॉड से भी मारा जिससे मेरे हाथ में चोट आई है. इतना ही नहीं, अपने एक दोस्त के साथ मेरी दुकान पर आये करण तुली ने दुकान में मौजूद मेरे माता-पिता और बहन को भी भद्दी-भद्दी गालियां दीं." उन्होंने करण तुली से अपनी जान को खतरा होने की भी बात कही है.


 लगाई मदद की गुहार



प्रीतम ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि उन्होंने कपिल नगर पुलिस थाने में करण तुली के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी है. उल्लेखनीय है कि प्रीतम ने इस हमले को लेकर एक के बाद एक किये गये ट्वीट्स में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस और आरआरएस प्रमुख मोहन भागवत से भी मदद की गुहार लगाई है. एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा है कि अगर उन्हें कुछ भी हो जाता है, तो इसके जिम्मेदार करण तुली होंगे.


 कंगना को सपोर्ट करने की चुकाई कीमत



प्रीतम ने उ‌नपर हुए इस हमले की वजह के बारे में बात करते हुए एबीपी न्यूज़ से कहा, "मुझे कंगना रनौत को सपोर्ट करने की कीमत चुकानी पड़ रही है." उन्होंने कहा कि हाल ही में कंगना रनौत और महाराष्ट्र सरकार के बीच वाद-विवाद हुआ था और इस तनातनी के बीच मैंने कंगना रनौत को सपोर्ट किया था. इसी से नाराज होकर शिवसैनिक करण तुली ने मुझपर हमला किया है."


 मुख्यमंत्री से नहीं मिली मदद



प्रीतम ने यह भी कहा, "अपनी व्यथा बताते हुए मुख्यमंत्री को टैग किये जाने के बावजूद भी अभी तक मुझे किसी तरह की मदद का आश्वासन नहीं मिला है". प्रीतम ने कहा कि वो मनोरंजन जगत का कोई बड़ा नाम नहीं हैं और यही वजह है‌कि इंडस्ट्री की तरफ से अब तक कोई भी उनके समर्थन में आगे नहीं आया है. प्रीतम ने उम्मीद जताई कि इस मामले में राज्य सरकार और पुलिस द्वारा उचित कार्रवाई की जाएगी.


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