पणजी: केरल उच्च न्यायालय द्वारा भारत के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) में 'एस दुर्गा' फिल्म दिखाए जाने के आदेश के दो दिन बाद भी गुरुवार को इस फिल्म को यहां दिखाए जाने को लेकर अनिश्चतता बनी हुई है.
सनल कुमार शशीधरन के निर्देशन में बनी फिल्म की मुख्य अभिनेत्री राजश्री देशपांडे ने इफ्फी से इतर आईएएनएस को बताया, "यह बहुत निराशाजनक है कि हम महोत्सव में हैं और न्यायालय द्वारा स्पष्ट आदेश के बाद भी हम यहां अपनी फिल्म देखने में सक्षम नहीं हैं."
देशपांडे ने कहा, "दुर्भाग्य से हम विवाद के बारे में चर्चा कर रहे हैं और यहां फिल्म दिखाए जाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं. यह काफी निराशाजनक है."
फिल्म के निर्माताओं ने आरोप लगाया कि केरल उच्च न्यायालय से स्पष्ट आदेश के बाद भी इफ्फी के निदेशक सुनीत टंडन और केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्रालय फिल्म प्रदर्शन को लेकर टालमटोल कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इस फिल्म में ऐसा कुछ नहीं है जिससे धार्मिक भावना आहत हो.
अभिनेत्री ने कहा, "मुझे बताइए दुर्गा के नाम पर किसकी धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं. मेरे लिए 'सेक्सी' का मतलब 'बोल्ड' है. लेकिन लोग केवल मेरा शरीर देख रहे हैं, इस तरह से वे 'सेक्सी' शब्द को लेते हैं. इस देश के आधे लोगों के नाम देवी-देवताओं पर रखे गए हैं."
देशपांडे ने बताया कि इस फिल्म को लेकर विवाद उत्पन्न होने के बाद सोशल मीडिया पर उन्हें जान से मारने की धमकी मिली है.
'एस दुर्गा' और 'न्यूड' ऐसी दो फिल्में हैं, जिसे जूरी से हरी झंडी मिलने के बाद भी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने महोत्सव में प्रदर्शित करने की अनुमति नहीं दी.