गैंगस्टर अवतार में लौटे संजय दत्त, 'साहेब बीवी और गैंगस्टर 3' देखने से पहले पढ़ें क्रिटिक्स Review
संजय दत्त अपने गैंगस्टर किरदारों को लेकर अक्सर दर्शकों का दिल जीत लेते हैं. अब एक बार फिर संजय दत्त अपने गैंगस्टर अवतार के साथ सिल्वर स्क्रीन पर लौटे हैं . फिल्म देखने से पहले पढ़ें क्रिटिक्स रिव्यू
नई दिल्ली: संजय दत्त अपने गैंगस्टर किरदारों को लेकर अक्सर दर्शकों का दिल जीत लेते हैं. अब एक बार फिर संजय दत्त अपने गैंगस्टर अवतार के साथ सिल्वर स्क्रीन पर लौटे हैं . फिल्म में संजय दत्त के साथ जिम्मी शेरगिल, चित्रांगदा सिंह, माही गिल और सोहा अली खान भी नजर आएंगे. फिल्म 'साहेब बीवी और गैंगस्टर 3' आज बड़े पर्दे पर रिलीज हो गई है. अब क्या ये फिल्म दर्शकों या फिर क्रिटिक्स का दिल जीत पाई है या नहीं, जानने के लिए पढ़ें क्रिटिक्स रिव्यू...
शुरुआत करते हैं हिंदुस्तान टाइम्स के साथ, HT ने फिल्म को बेहद कम रेटिंग देते हुए सिर्फ डेढ़ स्टार ही दिया है. फिल्म में एक्टिंग की बात करें तो एक्टर्स का गलत इस्तेमाल किया गया है. सभी एक्टर्स इससे कुछ बेहतर कर सकते थे लेकिन कैमरे पर उनकी प्रसेंस एकदम व्यर्थ लगती है.फिल्म की कहानी को लेकर कहा गया है कि भले ही निर्देशक ने फिल्म को एक पॉलिटिकल ड्रामा बनाने की कोशिश की हो लेकिन फिल्म एक टीवी सीरियल की तरह उभरकर आती है. जिसमें सभी किरदार एक दूसरे के खिलाफ साजिश करते नजर आते हैं.
एनडीवी के रिव्यू की बात करें तो उन्होंने फिल्म को 2 स्टार्स दिए हैं. अपने रिव्यू में फिल्म में कहानी को सबसे कमजोर कड़ी बताया गया है. फिल्म में एक्टर्स को दिए गए किरदारों को बेहद कमजोर तरीके से बुना गया है. कहानी आपको ये बता पाती है कि लड़ाई सत्ता की है लेकिन इससे ज्यादा कुछ समझ में आता नहीं है.
आज तक ने अपने रिव्यू में फिल्म को निराशाजनक बताते हुए 2 स्टार्स दिए हैं. फिल्म में स्टार्स की एक्टिंग से लेकर किरदारों तक की कमजोर बताया गया है.अपने रिव्यू में उन्होंने कहा है कि फिल्म की सबसे कमजोर कड़ी फिल्म की कहानी का बेहद कन्फ्यूजिंग होना. फिल्म में लंबे समय तक आपको समझ ही नहीं आता है कि आखिर कहानी चल किस ओर रही है. फिल्म को देखकर इतनी निराशा होती है कि आप सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि क्या ये फिल्म उसी निर्देशक ने बनाई है जिसने पान सिंह तोमर जैसी फिल्म बनाई है.
वहीं, टाइम्स ऑफ इंडिया ने फिल्म को दमदार फिल्म बताते हुए उसे 3.5 स्टार्स की रेटिंग दी है. अपने रिव्यू में TOI ने कहा है कि फिल्म में सत्ता के नशे में चूर एक मर्द और औरत किस कदर सत्ता के लिए सारी हदें पार कर देता है. फिल्म के एक पॉलिटिकल ड्रामा है और कहानी को उसी हिसाब से बुना गया है. किस तरह जेल में बंद साहेब की बीवी गैंगस्टर के संपर्क में आती है और फिर होता है राजनिति का नंगा नाच. फिल्म में गैंगस्टर बने संजय दत्त एक बार फिर अपने पुराने अंदाज में लौट आए हैं.