Sharmila Tagore Special: सोशल मीडिया के आज के दौर में आप ट्रोलिंग शब्द से परिचित ही होंगे. लेकिन जब सोशल मीडिया नहीं होता था, क्या तब भी किसी की ट्रोलिंग होती थी? क्या आपने कभी सोचा कि बॉलीवुड की कौन सी हस्ती है, जिसे पहली बार देशभर में ट्रोलिंग का शिकार होना पड़ा था. अगर आपको नहीं पता है तो हम बताते हैं. वो शख्सियत हैं अपने जमाने की मशहूर अदाकार शर्मिला टैगोर. जी हां! सैफ अली खान की मां शर्मिला टैगोर.
शर्मिला टैगोर कई मामलों में बहुत कुछ पहली बार करने वाली अभिनेत्री रही हैं. हाल में ही 'कॉफी विद करण में उनको आपने कई सवालों का बेबाकी से जवाब देते देखा ही होगा. चलिए जानते हैं वो दिलचस्प बातें जो ये सोचने पर मजबूर करती हैं कि क्या 60 और 70 के दशक में भी कोई इतना बोल्ड हो सकता था, जितनी शर्मिला टैगोर थीं.
उस जमाने में होना पड़ा था ट्रोलिंग का शिकार: शर्मिला ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत सत्यजीत रे की बांग्ला फिल्म 'अपुर संसार' से की. इसके बाद शर्मिला ने कश्मीर की कली फिल्म से बॉलीवुड में कदम रखा. इसके बाद उन्होंने एक से बढ़कर एक बेहतरीन फिल्में दीं. लेकिन उनका अलहदा और बेबाक अंदाज पहली बार फिल्म 'ऐन इवनिंग इन पेरिस' में देखने को मिला. फिल्म के लिए उन्हें पहचान तो मिली. लेकिन ये वो फिल्म रही जिसकी वजह से वो पहली भारतीय एक्ट्रेस बन गईं, जिसे टेलीग्राम और चिट्ठी के जमाने में ट्रोलिंग का शिकार होना पड़ा.
क्या हुआ था तब?
शर्मिला टैगोर ने हाल में ही कॉफी विद करण में और इसके पहले भी इस फिल्म से जुड़े किस्से सुनाए हैं. उन्होंने बताया कि कैसे इस फिल्म की वजह से उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. दरअसल हुआ ये था कि 1967 में आई शक्ति सामंता निर्देशित इस फिल्म के लिए उन्हें बिकिनी में शूट करना था. ये उस समय के लिए बहुत बड़ी बात थी. पहली बार कोई एक्ट्रेस टू पीस में पर्दे पर आने वाली थी. जब इस सीन की शूटिंग की जा रही थी, तब कैमरापर्सन से लेकर टीम में मौजूद सभी लोग परेशान हो गए थे. ये सबके लिए नई बात थी.
शर्मिला कहती हैं कि उन्हें आज भी वो दिन याद है जब कैमरामैन ने उनसे पूछा कि आप अगले सीन के लिए क्या पहनने वाली हैं और मैंने अपने पर्स से 2 पीस निकालकर बाहर रख दिया और बताया कि ये पहनने वाली हूं. उनका चेहरा देखने लायक था क्योंकि आज जो चीज इतनी सामान्य लगती है वो उस जमाने में टैबू थीं.
शर्मिला की जुबानी इस किस्से में उन्हें फिल्म के लिए देशभर में जनता के गुस्से का सामना करना पड़ा. इस मामले को लेकर पार्लियामेंट तक में सवाल पूछे गए थे. उन्होंने बताया कि वो अकेले रहने लगीं और इसके बाद वो फिल्म्स की स्क्रिप्ट चुनने में सावधानी बरतने लगीं.
सास के डर से हटवा दिया था रोड किनारे लगा अपना पोस्टर
शर्मिला टैगोर के पति और पूर्व भारतीय क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी की मां को मुंबई आना था. जब वो आने वाली थीं तो शर्मिला ने अपने घर के पास ही बिकिनी में उनका पोस्टर लगा देखा. उन्होंने आनन-फानन में अपनी सास के डर से अपने ड्राइवर को भेजकर वो पोस्टर हटवाया. उनको ये डर था कि कहीं उनकी सास इसे देख न लें.
और भी किन मामलों में अलहदा हैं शर्मिला टैगोर?
- शर्मिला टैगोर ने उस जमाने में बिकिनी शूट करवाया जब ये बिल्कुल सामान्य बात नहीं थी. जनता के गुस्से का सामना करने के बावजूद उन्होंने बॉलीवुड में एक के बाद एक फिल्म कीं. आराधना जैसी सुपरहिट फिल्मों से उन्होंने अपनी पहचान बनाई. चलिए जानते हैं उनसे जुड़ी और भी दिलचस्प बातें.
- शर्मिला टैगोर का जन्म एक बंगाली ब्राह्मण परिवार में हुआ था. मशहूर क्रिकेटर मंसूर अली खान के प्यार में पड़ीं शर्मिला ने अपना धर्म बदलकर उनसे शादी कर ली.
- शर्मिला टैगोर के बारे में एक खास बात और है जो शायद आपको पता न हो. वो मशहूर साहित्यकार और कवि रविंद्रनाथ टैगोर के परिवार से हैं. वो रविंद्र नाथ टैगोर के छोटे भाई की नातिन हैं.
- शर्मिला टैगोर 60 और 70 के दशक में सबसे ज्यादा पेमेंट पाने वाली एक्ट्रेस में से एक थीं. उन्होंने कश्मीर की कली, आराधना, अनुपमा, वक्त और चुपके-चुपके जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया है. उन्हें बेस्ट एक्ट्रेस अवॉर्ड के साथ-साथ दो बार नेशनल अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है.
- कॉफी विद करण में शर्मिला टैगोर ने बताया कि वो अपने जमाने की ऐसी एक्ट्रेस थीं, जो हिप्स्टर्स पहनती थीं. उन्होंने ये भी बताया कि बॉलीवुड में उस जमाने में कोई एक्ट्रेस ऐसी नहीं थी जो रैप पार्टी में जाती रही हो. लेकिन वो जाती भी थीं और फुल मस्ती करती थीं.
अब भी एक्टिव हैं शर्मिला टैगोर
शर्मिला अब भी एक्टिंग में एक्टिव हैं. उनकी साल 2023 में भी 'गुलमोहर' फिल्म आईं, जिसमें उन्होंने अपने दमदार व्यक्तित्व को परिभाषित किया और एक क्वीर का किरदार निभाया. इस फिल्म के लिए उन्होंने काफी तारीफें भी बटोरीं.