Salman Khan Attack: लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार गिरोह बॉलीवुड एक्टर सलमान खान की जान के पीछे हाथ धोकर पड़ गया है. अब ये गिरोह कथित तौर पर सलमान की हत्या नाबलिगों से कराने की फिराक में था. नवी मुंबई पुलिस ने अपनी जांच के दौरान लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्य अजय कश्यप और एक अन्य आरोपी के बीच वीडियो कॉल पर हुई बातचीत का राजफाश करते हुए एक्टर की हत्या की साजिश का खुलासा किया है.
बातचीत के मुताबिक आधुनिक हथियारों में ट्रेंड शार्पशूटर कनाडा स्थित गैंगस्टर गोल्डी बरार के आदेश के तहत मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई, पुणे, रायगढ़ और गुजरात में तैनात थे.
नाबालिगों से सलमान खान की हत्या की थी साजिश
अधिकारियों ने एफआईआर का हवाला देते हुए कहा कि इसके मुताबिक, शार्पशूटर अनमोल बिश्नोई और रोहित गोदारा को गोल्डी बरार ने हमले को अंजाम देने का निर्देश दिया था, जिसमें 18 साल से कम उम्र के नाबालिगों का इस्तेमाल किया गया था. एफआईआर के मुताबिक, जॉन नाम के एक शख्स को कथित तौर पर ऑपरेशन के लिए व्हीकल अवेलेबल कराने का काम सौंपा गया था.
सलमान पर हमले के बाद श्रीलंका जाने का था प्लान
हमले के बाद, गिरोह के सदस्यों को कन्याकुमारी में फिर से इकट्ठा होना था और फिर समुद्री मार्ग से श्रीलंका जाना था. अधिकारियों ने बताया कि वहां से उन्हें दूसरे देशों में भेजने के अरेंजमेंट्स किए गए थे. कनाडा में रहने वाले गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई ने उनकी यात्रा के पूरे बंदोबस्त किए थे. पुलिस के अनुसार, लॉरेंस बिश्नोई और संपत नेहरा गिरोह ने सलमान खान के बांद्रा स्थित आवास, पनवेल फार्महाउस और फिल्म शूटिंग स्थानों पर रेकी करने सहित एक्टर की हर एक्टिविटी पपर नजर रखने के लिए लगभग 60 से 70 मेंबर्स को तैनात किया था.
पनवेल टाउन पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया मामला
सलमान खान को मारने की साजिश के बारे में विशेष जानकारी के बाद, 24 अप्रैल को पनवेल टाउन पुलिस स्टेशन में 17 पहचाने गए आरोपियों और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. आरोपियों में लॉरेंस बिश्नोई, उसका भाई अनमोल, गिरोह के सदस्य संपत नेहरा, गोल्डी बराड़, अजय कश्यप उर्फ धनंजय टेपेसिंग, सुक्खा शूटर, संदीप बिश्नोई उर्फ गौरव भाटिया, वसीम चीना, डोगर और अन्य शामिल हैं.