नई दिल्ली: सलमान खान आज किसी इंट्रोडक्शन के मोहताज नहीं हैं. सलमान खान को फिल्म इंडस्ट्री में करीब 30 साल होने वाले हैं लेकिन बुहत कम लोग जानते हैं कि फर्श से अर्श तक का ये सफर इतना आसान नहीं था. फिल्मों में आने से पहले सलमान ने मॉडलिंग और एडवरटाइजिंग की दुनिया में हाथ आजमाया था. 

 

काफी लंबी मेहनत और स्ट्रगल के बाद सलमान को 1989 में 'मैंने प्यार किया' में काम मिला. लेकिन इस फिल्म में रोल मिलना इतना आसान नहीं था. सबसे हैरानी की बात तो ये है कि सलमान को ये रोल उनकी एक्टिंग की बतौलत मिला ही नहीं था. आइए हम आपको बताते हैं कि कैसे मिला था सलमान खान को उनका पहला बड़ा ब्रेक, जिसके बाद चमक उठा था सलमान की किस्मत का सितारा. 

 


 

मैंने प्यार किया सिर्फ सलमान खान के लिए ही डेब्यू फिल्म नहीं थी बल्कि इस फिल्म के साथ राजश्री प्रोडक्शन के सूरज बड़जात्या भी बतौर निर्देशक डेब्यू करने वाले थे. बस यूं मान लीजिए कि इस फिल्म को बनाना सूरज के लिए खुद को दुनिया के सामने साबित करने का चैलेंज था. सूरज बताते हैं, ''मैंने इस फिल्म की स्क्रिप्ट पहले इंग्लिश में लिखी थी और अपने पिता जी को दिखाई. उन्हें और मेरी टीम को ये बहुत पंसद आई. उसके बाद मुझे इसे हिंदी में ट्रांसलेट करने के लिए कहा गया. स्क्रिप्ट पूरी होने के बाद अब हमारे सामने सबसे बड़ा चैलेंज था इस फिल्म के लिए स्टार कास्ट चुनने का. हम शुरू से ही चाहते थे कि इस फिल्म के लिए हमें दो नए और फ्रैश चेहरे मिलें. जिसके लिए हमने न जाने कितने ही ऑडिशन लिए.''


 



 

बहुत कम लोग इस बात से वाकिफ हैं कि सलमान के ऑडिशन से पहले ही प्रेम को चुन लिया गया था. लेकिन वो कहते हैं न कि किस्मत अपना रास्ता खुद बना लेती है. सलमान को ये रोल मिलना ही था इसलिए थोड़ी देरी से ही सही लेकिन फिल्म उन तक पहुंच ही गई. इस फिल्म के लिए पहले फरहाज खान को फाइनल कर दिया गया था लेकिन अचानक उनकी तबीयत खराब होने के बाद उन्हें फिल्म छोड़नी पड़ी. फरहान खान की तबीयत खराब होने की वजह से सूरज के सामने एक बार फिर प्रेम की तलाश करने की चुनौती आ खड़ी हुई थी.   

इसी दौरान किसी ने सूरज को बताया कि मशहूर लेखक सलीम खान का बेट इन दिनों का की तलाश में हैं. सूरज बताते हैं, ''जब हमें पता चला कि सलीम खान के बेटे काम की तलाश में हैं तो सबसे पहले मेरे दिमाग में खयाल आया कि पता नहीं इतने बड़े लेखक का बेटा हमारे साथ काम करना भी चाहेगा या नहीं. इसके बाद एक दो और लोगों ने मुझे सलमान के बारे में बताया. तब मैंने सलमान से मिलने का प्लान बनाया.'' 

 


जब सूरज ने पहली बार सलमान का सामने देखा तो उन्हें वो पसंद नहीं आए थे लेकिन जब सलमामन ने अपनी तस्वीरें उन्हें दिखाई थी तो वो एक दम हैरान रह गए थे. इसके बाद सलमान का ऑडिशन लिया गया हालांकि पहला ऑडिशन सूरज को पसंद नहीं आया और उन्होंने सलमान को करीब 4 महीने तक लटकाए रखा. लेकिन जब फाइनली सूरज, सलमान को ये बताने पहुंचे की वो इस फिल्म में सलमान को नहीं ले रहे हैं तो ये सुनते ही सलमान अपने कुछ दोस्तों की तस्वीर निकाली और कहा कि कोई बात नहीं अगर आप मुझे नहीं ले रहे हैं तो आप इसे ले लीजिए. 

सूरज बताते हैं, जब मैंने सलमान को बताया कि हम उन्हें इस फिल्म में नहीं ले रहे हैं तो उन्होंने अपने दोस्त को ये रोल दिलवाने की सिफारिश की. यही एक बात थी जो मेरे दिल को छू गई. सलमान का ऑडिशन तो हमें पहले ही पसंद नहीं आया था, लेकिन उनकी ये दरियादिली या यूं कहें नेकदिली मेरे मन को भा गई थी और मैंने डिसाइड कर लिया का ये ही हमारी फिल्म का प्रेम.