दिग्गज स्क्रीनराइटर लेखक और एक्टर सलमान खान के पिता सलीम खान ने कहा है कि 'राधे: योर मोस्ट वांटेड भाई' कोई बेहतरीन फिल्म नहीं है. उन्होंने इसके लिए राइटर्स को जिम्मेदार बताया है. उन्होंने 'दबंग 3' को एक अलग फिल्म और 'बजरंगी भाईजान' को एक 'अच्छी और पूरी तरह से अलग' फिल्म बताया है. सलमान खान और दिशा पाटनी स्टारर 'राधे' ईद के मौके पर 13 मई को रिलीज हुई थी.
फिल्म को आईएमडीबी पर 10 में 1.7 रेटिंग दी गई है, जोकि सबसे कम रेटिंग वाली फिल्म बन गई है. ये सलमान खान की दूसरी फिल्म है, जिसे इतनी कम रेटिंग मिली है. इससे पहले साल 2018 में रिलीज हुई फिल्म 'रेस 3' को आईएमडीबी पर 1.9 रेटिंग मिली थी. सलीम खान ने दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में कहा कि इस फिल्म से पहले 'दबंग 3' अलग फिल्म थी.
'राधे' अच्छी फिल्म नहीं
सलीम खान ने कहा,"बजरंगी भाईजान अच्छी और पूरी तरह से अलग थी. राधे बिल्कुल भी अच्छी फिल्म नहीं है, लेकिन कमर्शियल सिनेमा की जिम्मेदारी है कि हर व्यक्ति को पैसा मिले. कलाकार से लेकर निर्माता, डिस्ट्रीब्यूट, एक्सबीटर्स और हर स्टैक होल्डर को पैसा मिले. सिनेमा खरीदने वाले को पैसा मिलना चाहिए. इसके कारण, सिनेमा निर्माण और व्यापार का चक्र चलता रहता है. इसी आधार पर सलमान ने एक्टिंग किया है. इस फिल्म के स्टैक होल्डर को लाभ हुए हैं. नहीं तो, राधे इतनी अच्छी फिल्म नहीं है."
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बॉलीवुड में अच्छे राइटर्स नहीं
सलीम खान ने बॉलीवुड में राइटर्स के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा,"फिल्म इंडस्ट्री की एक बड़ी समस्या यह है कि यहां कोई अच्छे लेखक नहीं हैं. इसकी वजह यह है कि लेखक हिंदी या उर्दू में साहित्य नहीं पढ़ते हैं. वे बाहर कुछ भी देखते हैं और इसका भारतीयकरण करने में शामिल होते हैं फिल्म 'जंजीर' भारतीय सिनेमा की गेम-चेंजर थी. उस फिल्म ने भारतीय सिनेमा को सही रास्ते पर वापस ला दिया. लेकिन उसके बाद से इंडस्ट्री को अभी तक सलीम-जावेद का रिप्लेसमेंट नहीं मिला है. ऐसे में सलमान क्या कर सकते हैं?"
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