कंगना रनौत का कहना है कि उनकी आने वाली फिल्म 'जजमेंटल है क्या' जिसे पहले 'मेंटल है क्या' शीर्षक दिया गया था, यह हिंदी फिल्म उद्योग में भाई-भतीजावाद और सत्ता का परिणाम है.

फिल्म के नाम को लेकर हुए बदलाव पर टिप्पणी करते हुए कंगना ने यहां मीडिया को बताया, "मुझे लगता है कि जब भी कंगना रनौत के साथ जुड़ी कोई बात होती है तो लोगों को उससे दिक्कत होने लगती है. चूंकि मैं एक आउटसाइडर हूं तो अगर मैं सांस भी लेती हूं तो लोगों को उससे दिक्कत होती है, लेकिन हम आउटसाइडर्स ने भी समस्या पैदा किए बिना अपना रास्ता बनाना सीख लिया है. यहां तक कि सलमान खान की एक फिल्म जो दक्षिण भारतीय फिल्म की रीमेक थी, उसे 'मेंटल' नाम दिया गया था."

कंगना ने आगे कहा, "उस वक्त कोई समस्या नहीं थी, लेकिन अब हमें बताया गया कि हाल ही में 'मेंटल' शब्द को बैन कर दिया गया है, इसीलिए हमारे पास अब और कोई चारा नहीं है, लेकिन हमें वास्तव में यकीन है कि हमने एक अच्छी फिल्म बनाई है. हमारी फिल्म को यू/ए प्रमाण पत्र दिया गया है. हमें अपने इरादों पर भरोसा है. शीर्षक में एक छोटे से बदलाव से कोई फर्क नहीं पड़ेगा."



'मेंटल है क्या' शीर्षक पर इंडियन साइकियाट्रिक सोसायटी ने आपत्ति जताई थी जिसने सेंसर बोर्ड से शिकायत की थी कि 'मेंटल' शब्द के इस्तेमाल ने मानसिक स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों को महत्वहीन बना दिया है. शीर्षक को बाद में बदल दिया गया.

इस फिल्म को प्रकाश कोवेलामुदी ने निर्देशित किया है. फिल्म में राजकुमार राव, बृजेंद्र काला, जिम्मी शेरगिल और अमायरा दस्तूर भी हैं और यह 26 जुलाई को रिलीज होने वाली है.